Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

दाऊद इब्राहिम ने कैसे खड़ा कर दिया गुनाहों का इतना विशाल साम्राज्‍य?

हमें फॉलो करें dawood ibrahim
, सोमवार, 18 दिसंबर 2023 (15:00 IST)
Dawood Ibrahim Poisoned: अपराध का सबसे बड़ा नाम। आर्थिक राजधानी मुंबई का गुनहगार। मुंबई में 1993 में हुए सिलसिलेवार बम ब्‍लास्‍ट, कई मासूमों की हत्‍या और तमाम गैंगवार का आरोपी दाऊद इब्राहिम को जहर देने की अपुष्ट खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि दाऊद की हालत गंभीर है। कुछ इनपुट्स तो यह भी है कि दाऊद की मौत हो चुकी है। हालांकि इस खबर को लेकर अब तक कोई पुष्ठ बयान सामने नहीं आया है। दाऊद के अपराध का कनेक्‍शन भारत से लेकर पाकिस्‍तान तक रहा है। जानते हैं कैसे खड़ा किया अपराध का इतना बड़ा साम्राज्‍य।

क्‍या चाहते थे पिता, क्‍या बन गया : 26 दिसंबर 1955 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के एक गांव में जन्मा दाऊद इब्राहिम भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी है। वो लंबे समय से पाकिस्‍तान में छिपा हुआ है। उसके पिता इब्राहिम कासकर मुंबई पुलिस में हेड कांस्टेबल थे, जो चाहते थे कि उनका बच्चा पढ़-लिखकर एक आम हिंदुस्तानी बने, लेकिन दाऊद के इरादे शुरू से ही कुछ और थे। ऐसे में वह पढ़ाई-लिखाई छोड़कर गुंडागर्दी में शामिल हो गया।

हाजी मस्तान का हाथ, लेकिन...: दाऊद ने मुंबई के डोंगरी इलाके में लड़कों का अपना गिरोह बनाया, जो छोटे-मोटे तस्करी और हिंसा में भाग लेते थे। यह तब तक जारी रहा जब तक वह अंडरवर्ल्ड के तत्कालीन डॉन हाजी मस्तान के गिरोह के संपर्क में नहीं आया, जब वह हाजी के साथ काम करने के लिए आया था, तब वह मात्र 19 साल का था। हालांकि दाऊद को पंसद नहीं था कि वो किसी के अंडर काम करे। 1970 के दशक में उसने अपने भाई, शब्बीर इब्राहिम कास्कर के साथ डी-कंपनी की नींव रखी, जिसे दाऊद कंपनी के नाम से भी जाना जाता है।

दाऊद को मायानगरी का मोह : दाऊद इब्राहिम को मायानगरी के रूपहले पर्दे से बहुत लगाव था। इसी के चलते उसने फिल्‍मों की ग्‍लेमर की दुनिया में एंट्री की। उसी की वजह से सिनेमा में अपराध की घुसपैठ हो गई। वह सट्टेबाजी, फिल्मों की फाइनेंसिंग और दो नंबर के दूसरे धंधे करने लगा। इसके बाद दाऊद हाई प्रोफाइल बॉलीवुड सेलिब्रिटीज और प्रोड्यूसर्स से पैसे की उगाही करने लगा। बहुत कम वक्‍त में दाऊद ने अपने नाम का आतंक पूरे फिल्‍मी जगत में फैला दिया। इसके गुर्गों ने 25 से अधिक देशों में मादक पदार्थों की तस्करी, जालसाजी और हथियारों की तस्करी करनी शुरू की।

1993 मुंबई ब्‍लास्‍ट : 1993 का गुनहगार : साल 1993 के मुंबई में सिलसिलेवार बम धमाके हुए, जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इसके लिए दाऊद इब्राहिम को जिम्मेदार माना जाता है। वही इन धमाकों का मास्‍टर माइंड था। तीस साल पहले करीब 2 घंटे तक मुंबई के अलग-अलग इलाकों में सिलसिलेवार धमाके होते रहे, जिसमें 257 लोगों की मौत हुई, जबकि 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। उन धमाकों के कई किरदार थे। लेकिन इन धमाकों के पीछे जो सबसे बड़ा नाम था वह दाऊद इब्राहिम।

भारत से भागा दाऊद : दाऊद ने भारत छोड़ने के बाद भी पाकिस्तान में रहकर कई घटनाओं को अंजाम दिया। 1981 में अपने भाई शब्बीर इब्राहिम कास्कर की हत्या के बाद दाऊद अपने गुर्गों के जरिये टारगेट किलिंग कराने लगा। इस बीच उसने अपने भाई के हत्यारों को भी एक एक कर मरवा दिया।

ड्रग की तस्करी : अपराध के खूनी खेल के साथ साथ दाऊद ने दुनिया भर में ड्रग की तस्करी कराई, ड्रग से आए पैसे के जरिये वह अपनी महंगी लाइफस्टाइल जीता रहा और इसी तरह वह पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों को भी फंड करता रहा। ऐसे में उसे पाकिस्तान में बिना परेशानी रहने की अनुमति मिल गई।
Written & Edited by Navin Rangiyal

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

भारत में इजराइल के नए राजदूत होंगे रूवेन अजार, श्रीलंका व भूटान के लिए भी करेंगे काम