Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

महादेव गेमिंग एप के सौरभ चंद्राकर के दाऊद कनेक्शन का खुलासा, जानें प्रमोटर पर कैसे कस रहा ED का शिकंजा

हमें फॉलो करें महादेव गेमिंग एप के सौरभ चंद्राकर के दाऊद कनेक्शन का खुलासा, जानें प्रमोटर पर कैसे कस रहा ED का शिकंजा
webdunia

विकास सिंह

, सोमवार, 18 सितम्बर 2023 (14:30 IST)
ऑनलाइन सट्टेबाजी को लेकर छत्तीसगढ़ के चर्चित महादेव सट्टा एप और उसके प्रमोटर पर अब ईडी ने शिकंजा कस दिया  है। प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 417 करोड़ रुपये की अपराध आय को फ्रीज कर दिया गया है। बीते दिनों जांच एजेंसी ने भोपाल, कोलकाता, मुंबई में छापे मारे जिसमें ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग और टेटर फंडिग से जुड़े कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त कए है। ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि महादेव ऑनलाइन बुक एप यूएई से चलाया जाता है, जबकि कंपनी के प्रमोटर छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं।

ईडी के मुताबिक महादेव एप में सट्टेबाजी के पैसे को खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन किए जाते हैं। नए यूजर और फ्रेंचाइजी (पैनल) चाहने वालों को आकर्षित करने के लिए सट्टेबाजी वेबसाइटों के विज्ञापन के लिए भारत में कैस में बड़े पैमाने पर खर्च भी किया जा रहा है। ईडी ने कहा कि सौरभ चंद्राकर और उप्पल ने संयुक्त अरब अमीरात में अपने लिए एक साम्राज्य बनाया।

प्रमोटर के पास अकूत संपत्ति- महादेव ऐप का प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उत्पल छत्तीसगढ़ के भिलाई का रहने वाले है। सौरभ बहुत ही साधारण फैमिली से ताल्लुक रखता है और उसके पिता नगर निगम में पंप ऑपरेटर थे। महादेव एप लॉन्च करने से पहले सौरभ की एक जूस की दुकान भी थी। 2019 में सौरभ दुबई गया और वह दोस्त रवि उत्पल के साथ मिलकर महादेव एप लांच किया और फिर धीरे-धीरे ऑनलाइन सट्टा बाजार का बड़ा नाम बन गया।

शादी में खर्च किए 200 करोड़ से अधिक-महादेव कंपनी के प्रमोटर ईडी के घेरे में उस वक्त आए जब पिछले दिनों उन्होंने दुबई में शादी समारोह में 200 करोड़ से अधिक खर्च किए। ईडी के मुताबिक फरवरी 2023 में चंद्राकर ने आरएके  यूएई में शादी की और इस विवाह समारोह के लिए  महादेव एप के प्रमोटरों ने लगभग 200 करोड़ रुपये नकद खर्च किए। परिवार के सदस्यों को नागपुर से यूएई तक ले जाने के लिए निजी जेट किराए पर लिए गए थे। इस शादी में कई मशहूर हस्तियों शामिल हुई थीं। वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर आदि को मुंबई से काम पर रखा गया था। नकद भुगतान करने के लिए हवाला चैनलों का इस्तेमाल किया गया था। ईडी ने कहा कि डिजिटल सबूतों के अनुसार  योगेश पोपट की एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी - आर -1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को हवाला के जरिए 112 करोड़ रुपये दिए गए थे और 42 करोड़ रुपये की होटल बुकिंग एईडी में नकद में भुगतान करके की गई थी।
ALSO READ: भारत में ऑनलाइन गैंबलिंग का गेम ओवर!, गेमिंग कंपनियों को सरकार की चेतावनी
लॉरेंस बिश्नोई ने मांगी एक्सटॉर्शन मनी- महादेव ऐप स्कैम मामले में पुलिस और जांच एजेंसियों की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक प्रमोटर सौरभ चंद्राकर से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने एक्सटॉर्शन मनी की मांग की थी। जांच के दौरान खुलासा हुआ है कि महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के संबंध अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से हैं। लॉरेंस् बिश्नोई के पैसे मांगने पर प्रमोटर  सौरभ चंद्राकर ने ही उसे दाऊद के नाम से धमकी और कहा कि अगली बार गलती से भी फोन करके पैसे मत मांग लेना। दाऊद का नाम सामने आने के बाद लॉरेंस बिश्नोई ।

ED का सनसनीखेज दावा-महादेव एप और उसके प्रमोटर पर अब जांच एजेंसी ईडी ने अपना शिकंजा कस  दिया है। अवैध सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, कथित हवाला ऑपरेटर भाइयों अनिल और सुनील दम्मानी और सतीश चंद्राकर नाम के एक व्यक्ति सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ईडी का दावा है कि गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में विशेष रूप से सीएमओ से जुड़े उच्च पदस्थ अधिकारियों का नाम लिया है, जिन्होंने मासिक/नियमित आधार पर भारी रिश्वत दी गई। ईडी ने दावा किया कि  एएसआई वर्मा ने स्वीकार किया है कि वह सत्ता में कई लोगों को मासिक रिश्वत दे रहा था।

ईडी का दावा है कि एएसआई वर्मा छत्तीसगढ़ में मुख्य संपर्ककर्ता के रूप में काम कर रहे थे और वह सतीश चंद्राकर के साथ महादेव ऑनलाइन बुक के दुबई स्थित प्रमोटरों से हवाला के जरिए मासिक रूप से मोटी रकम प्राप्त कर रहे थे. वे इसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और राजनीतिक रूप से प्रमुख से जुड़े नेताओं को वितरित कर रहे थे।

ईडी के मुताबिक जांच में पता चला है कि एएसआई चंद्रभूषण वर्मा को करीब 65 करोड़ रुपये कैश मिले थे। उन्होंने अपना हिस्सा अपने पास रख लिया और बाकी राशि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं को रिश्वत के रूप में बांट दी। ईडी ने आरोप लगाया कि मामलों को कमजोर करने, गैर-जमानती अपराधों को शामिल करने और स्थानीय सट्टेबाजों तक अभियोजन को सीमित करने और उनके संचालन पर भविष्य की कार्रवाई को रोकने के लिए रिश्वत को बढ़ाया गया था।

क्या है महादेव ऐप?-महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप्लिकेशन अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को सक्षम करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म की व्यवस्था करने वाला एक प्रमुख सिंडिकेट है। महादेव ऐप पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस और फुटबॉल जैसे विभिन्न लाइव गेम में अवैध सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक के मुख्य प्रमोटर है और दुबई से इसका संचालन कर रहे हैं। बताया जाता है कि महादेव कंपनी का नेटवर्क भारत के अलावा नेपाल, बांग्लादेश समेत अन्य कई देशों में फैला हुआ है।

 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

नेहरू, शास्त्री, मनमोहन और वाजपेयी देश के निर्माण में सबका योगदान : पीएम मोदी