उज्जैन। अगर आप महाशिवरात्रि पर उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शनों के लिए जा रहे हैं तो आपके लिए यह काम की खबर है। महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर भस्माती की ऑनलाइन अनुमति नहीं रहेगी। खबरों के अनुसार 13 व 14 फरवरी को ऑनलाइन बुकिंग ब्लॉक रहेगी। इन दो दिनों में ऑफ लाइन अनुमति लेनी पड़ेगी। शिवरात्रि उत्सव की शुरुआत 5 फरवरी से होगी।
बारह ज्योतिर्लिंग में से एक : मप्र उज्जैन शहर में महाकालेश्वर मंदिर स्थित है। इसे भारत के 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। पुण्यसलिला क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित उज्जैन प्राचीनकाल में उज्जयिनी के नाम से विख्यात था, इसे अवंतिकापुरी भी कहते थे।
यह स्थान हिंदू धर्म की 7 पवित्र पुरियों में से एक है। माना जाता है कि जो भी व्यक्ति इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन करता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। ज्योतिष में जिसका विशेष महत्व है। इसी के साथ ही गर्भगृह में माता पार्वती, भगवान गणेश व कार्तिकेय की मोहक प्रतिमाएं हैं। गर्भगृह में नंदी दीप स्थापित है, जो सदैव प्रज्ज्वलित होता रहता है। गर्भगृह के सामने विशाल कक्ष में नंदी की प्रतिमा विराजित है। इस कक्ष में बैठकर हजारों श्रद्धालु शिव आराधना का पुण्य लाभ लेते हैं।