समारा। ब्राजील के सुपर स्टार फुटबॉलर नेमार ने विश्व कप के नॉकआउट चरण के मैच में मैक्सिको पर 2-0 से जीत दर्ज करने के बाद खुद की आलोचना को नजरअंदाज किया।
नेमार ने मैच में पहला गोल करने के अलावा टीम के दूसरे गोल में अहम भूमिका निभाई। ब्राजील ने इस मैच को 2-0 से जीत कर क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया जहां उसका सामना बेल्जियम से होगा।
नेमार के शानदार प्रदर्शन पर उनके जरूरत से कहीं ज्यादा भावुक होने की खूब आलोचना हो रही है। विरोधी खिलाड़ी के स्पर्श पर जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया देने का एक उदाहरण इस मैच में भी दिखा। मैच के दूसरे हाफ में मैक्सिको के मिडफील्डर मिगुएल लायुन के मामूली टकराव के बाद नेमार अपना टखना पकड़ कर ऐसे कराहने लगे जैसे उन्हें कोई बिजली का झटका लगा हो।
मैक्सिको के कोच जुआन कार्लोस ओसोरियो ने मैच के बाद नेमार पर कीमती समय को बर्बाद करने का अरोप लगाते हुए कहा, ‘फुटबॉल के लिए यह बेहद ही शर्मनाक है।’
उन्होंने कहा कि दूसरे हाफ में सिर्फ एक खिलाड़ी के कारण हमारा काफी समय बर्बाद हुआ। रेफरी के कारण हम दूसरे हाफ में अपने तरीका का फुटबॉल नहीं खेल सकें। यह फुटबॉल की दुनिया के लिए बेहद ही खराब उदाहरण है। बिलकुल दयनीय।
सोशल मीडिया पर भी नेमार की इस हरकत की काफी आलोचना हुई। मैन ऑफ द मैच नेमार इन चीजों से बेपरवाह दिखे और कहा, ‘मैं आलोचना और प्रशंसा की ज्यादा चिंता नहीं करता हूं, क्योंकि इससे आपका बर्ताव प्रभावित होता है। पिछले दो मैचों से मैंने मीडिया से ज्यादा बातचीत नहीं की क्योंकि मैं खेल पर ध्यान देना चाहता था।’ (भाषा)