मास्को। स्पेन की स्वर्णिम पीढ़ी के खिलाड़ियों में शामिल मिडफील्डर आंद्रेस एनिएस्ता ने रूस के खिलाफ पेनल्टी शूट आउट में हारकर टीम के विश्व कप से बाहर होने के साथ अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया।
अपने सटीक पास और कुशल मूव से एनिएस्टा स्पेन की उस टीम का अहम हिस्सा बने जिसने कुछ समय पहले तक अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में दबदबा बनाया हुआ था लेकिन कल टीम लगातार तीसरे बड़े टूर्नामेंट से निराशाजनक तरीके से बाहर हो गई। विश्व कप 2010 फाइनल में विजयी गोल दागने वाले एनिएस्ता पहले ही संकेत दे चुके थे कि यह राष्ट्रीय टीम के साथ उनका अंतिम टूर्नामेंट होगा और मास्को में कल अंतिम-16 के मैच के बाद उन्होंने संन्यास लेने की पुष्टि की।
एनिएस्ता ने कहा, ‘‘वास्तविकता यह है कि यह राष्ट्रीय टीम के साथ मेरा अंतिम मैच था। निजी स्तर पर यह बेहतरीन चरण रहा। कभी कभी अंत वैसा नहीं होता जैसा आप सपना देखते हो।’’
हैरानी भरे फैसले में एनिएस्ता को रूस के खिलाफ शुरुआती एकादश में जगह नहीं दी गई थी और वह दूसरे हॉफ में उस समय मैदान पर उतरे जब स्कोर 1-1 से बराबर था। स्पेन को पेनल्टी शूटआउट में 3-4 से हार का सामना करना पड़ा।
स्पेन की ओर से 131 मैच खेलने वाले एनिएस्ता ने क हा, ‘‘कुल मिलाकर यह मेरे करियर का सबसे दुखद दिन है।’’ (भाषा)