Ground Report: मध्यप्रदेश में कोरोना के सबसे बड़े हॉटस्पॉट में संक्रमण के डर से हो रहा पलायन !
कोरोना के सबसे बड़े हॉटस्पॉट जहांगीराबाद से लोगों की शिफ्टिंग
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल देश के टॉप 10 कोरोना संक्रमित शहरों में शामिल हो गई है। राजधानी भोपाल में पिछले 10 दिनों में 400 के करीब नए पॉजिटिव मामलों ये बताते हैं कि जिले में कोरना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। चिंताजनक पहलू ये हैं कि राजधानी में कोरोना अब नए इलाकों में दस्तक देने लगा है। मंगलवार को बैरागढ़ और एयरपोर्ट क्षेत्र में संक्रमण के नए मामले सामने आए है।
शहर के बीचों बीच स्थित जहांगीराबाद में 200 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीजों के साथ प्रदेश का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बना गया है। नए और पुराने शहर को जोड़ने वाले जहांगीरबाद इलाके में लगातार कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद अब केंद्र से भेजे गए डॉक्टरों की विशेष दल ने मोर्चा संभाल लिया है। टीम ने इलाके का दौरा कर ये जनाने की कोशिश भी की कहीं इस इलाके में कहीं कम्युनिटी ट्रांसमिशन तो नहीं हो रहा।
जांच की रणनीति में बदलाव – सघन बस्तियों वाले इस इलाके में प्रशासन अब युद्धस्तर पर लोगों की स्क्रीनिंग करने के साथ लोगों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट कर रहा है। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रशासन ने अपनी रणनीति में भी बदलाव किया है।
अब जैसे ही क्षेत्र में कोई कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति मिलता है तो उसके संबंधित सभी फर्स्ट कॉन्ट्रेक्ट में आने वाले और उनकी ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर उससे जुड़े हर व्यक्ति का टेस्ट कराया जा रहा है। इसके साथ ही संपर्क में आने वाले लोगों की लगातार 10 दिनों तक स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है। संक्रमण के डर से पलायन ! –
राजधानी के कोरोना से बुरी तरह प्रभावित इलाकों में लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए प्रशासन लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट कर रहा है। भोपाल कलेक्टर तरूण पिथोड़े ने बताया कि प्रदेश में पहली बार ऐसा प्रयोग किया गया है जिसमें संक्रमित क्षेत्रों जहांगीराबाद , मंगलवारा, छावनी जैसे अति सघन आबादी वाले क्षेत्रों में लगातार मिल रहे कोरोना संक्रमित लोगों से अन्य लोगों को बचाने के लिए उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है।
लोगों के शिफ्टिंग का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि अति सघन क्षेत्र होने और घरों के बहुत पास पास होने के कारण कोरोना का फैलाव बढ़ सकता है जिसको रोकने क लिए लोगों की शिफ्टिंग की जा रही है। इसके साथ ही इन इलाकों में स्थित घरों में एक ही परिवार में 10-20 लोगों के रहने के कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा है इस कारण शिफ्टिंग की जा रही है। इसके लिए होटल, लॉज,स्कूल, शादी हाउस का उपयोग किया जा रहा है । विशेषकर बच्चों , महिलाओं और युवाओं को इन जगहों पर रखा जा रहा है।
शिफ्टिंग की रणनीति पर उठे सवाल – कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लोगों को अन्य जगहों पर ले जाने की रणनीति पर सवाल उठने लगे है। हॉटस्पॉट वाले इलाके से अन्य इलाकों में ले जाने पर नए इलाकों में संक्रमण फैलने का खतरा बन गया है।
दिल्ली से आई डॉक्टरों की टीम ने भी इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर लोगों को बाहर शिफ्ट करेंगे, तो संक्रमण बाहर भी फैलेगा। इसके साथ ही जहांगीराबाद इलाके से लोगों के शहर के अन्य इलाके में पलायन करने की खबरें भी लगातार सामने आ रही है जिसको लेकर कई बार विवाद की स्थिति भी बनने लगी है।