कोरोना वैक्सीन की पहली खेप पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट से आज रवाना हो गई है। अब ये वैक्सीन बहुत जल्द आम आदमी के लिए उपलब्ध होगी। इस बीच सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना वैक्सीन पर संदेह जताते हुए इसे लगवाने से इनकार कर दिया है।
क्या है वायरल-
सोशल मीडिया यूजर्स बोलता हिंदुस्तान की एक खबर का कथित स्कीनशॉट शेयर कर रहे हैं, जिसका शीर्षक है- “CM शिवराज सिंह ने कहा वैक्सिन जनता पर करेंगे टेस्ट 3 साल तक बुरा असर ना हुआ तब लगवाएंगे हम।”
क्या है सच-
हमने पाया कि वायरल खबर के शीर्षक में कुछ गलतियां हैं, जैसे- वैक्सीन की जगह वैक्सिन लिखा है। इसके अलावा, शीर्षक में पूर्णविराम । लगा हुआ है, जो कि नहीं होना चाहिए।
फिर हमने इंटरनेट पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया, तो हमें इस दावे से जुड़े
आजतक और
मनी कंट्रोल के आर्टिकल्स मिले। इन रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम शिवराज सिंह ने कहा था कि मैं अभी वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा, जिन्हें प्राथमिकता दी जा रही है पहले उन्हें वैक्सीन लगने दी जाए। उसके बाद मेरा नंबर आएगा।
हमें
बोलता हिंदुस्तान का भी आर्टिकल मिला, जिसे लेकर ये दावा किया जा रहा था। इस आर्टिकल में कहीं भी ये नहीं लिखा था कि शिवराज सिंह ने कहा है, “पहले वैक्सीन को जनता पर टेस्ट किया जाएगा। अगर 3 साल तक वैक्सीन का बुरा असर नहीं हुआ हम तभी टीका लगवाएंगे।”
आगे की पड़ताल में हमें एएनआई के ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो मिला। इस वीडियो में भी शिवराज सिंह यही कहते नजर आ रहे हैं कि मैं अभी वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा। जिन्हें प्राथमिकता दी जा रही है पहले उन्हें वैक्सीन लगने दी जाए। उसके बाद मेरा नंबर आएगा।
वेबदुनिया ने अपनी पड़ताल में पाया कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नहीं कहा कि पहले वैक्सीन को जनता पर टेस्ट किया जाएगा। बल्कि, उन्होंने कहा था कि वे अभी वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। जिन्हें प्राथमिकता दी जा रही है सबसे पहले उन्हें वैक्सीन लगवाई जाएगी।