मध्यप्रदेश की पर्यटन, संस्कृति और अध्यात्म मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि भारत में जिस तरह से जनसांख्यिकी (Demography) आंकड़े गड़बड़ा रहे हैं, उसे देखते हुए मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अध्यादेश-2020 की नितांत जरूरी है।
लव जिहाद के खिलाफ राज्य की शिवराज सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के संबंध में कट्टर हिन्दू छवि वाली भाजपा नेता उषा ठाकुर ने वेबदुनिया के साथ खास बातचीत में कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि पहले से ऐसे कानून हैं, जिनके माध्यम से इस तरह के लोगों को सजा दी जा सकती है, लेकिन वे लचर किस्म के हैं। उनमें पीड़ित लड़की को समय पर न्याय मिलना संभव नहीं था। शीघ्र न्याय नहीं मिलना भी अन्याय की श्रेणी में ही आता है।
उन्होंने कहा कि पुराने कानूनों में धाराएं कुछ ऐसी थीं जिनमें न्याय मिलने में वर्षों लग जाते थे। ऐसे में मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम लाना नितांत आवश्यक था। जब उनसे पूछा गया कि लड़कियां भ्रमित ही न हों, इस दिशा में क्या कदम उठाए जा रहे हैं, मंत्री ठाकुर ने कहा कि इसके लिए जनजागरण किया जाता है साथ ही अभिभावकों की भी काउंसलिंग की जाती है। बच्चों को भी सतर्क रहने की नसीहत दी जाती है।
हाल ही में इंदौर के समीप चांदनखेड़ी गांव के साथ ही उज्जैन के बेगमपुरा में हिन्दू संगठनों पर हुए हमलों के संबंध में उषा ठाकुर ने कहा कि प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है। जहां भी इस तरह की घटनाएं होंगी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पर्यटन के लिए योग-ध्यान : पर्यटन विभाग का जिम्मा संभाल रहीं उषा ठाकुर ने वेबदुनिया से कहा कि कोरोना काल में सबसे ज्यादा नुकसान पर्यटन क्षेत्र को पहुंचा है, लेकिन हमें विश्वास है कि 2021 में यह क्षेत्र तीव्र गति से सफलता हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे खुद भी कोविड फ्री रहें और अतिथि भी संक्रमण मुक्त रहें।
उषा दीदी ने कहा कि वैदिक पद्धति को अपनाते हुए योग-ध्यान के साथ ही सूर्योदय और सूर्यास्त के समय अग्निहोत्र (यज्ञ) के माध्यम से पर्यटकों की इम्यूनिटी बढ़ाने का काम जारी रखेंगे। इसके लिए कर्मचारियों को भी विशेष प्रशिक्षण दे रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि मुझे लगता है कि सुरक्षा व्यवस्थाओं को देखते हुए बड़ी संख्या में पर्यटक मध्यप्रदेश आएंगे।
कैसे काम करेगा अध्यात्म मंत्रालय : उषा दीदी ने कहा कि अध्यात्म मंत्रालय बहुत ही पावन विभाग है और इसके कार्य भी अद्भुत हैं। उन्होंने कहा कि इस मंत्रालय के तहत विद्यार्थियों और नागरिकों के लिए नैतिक शिक्षा, जीवन जीने की कला को व्यावहारिक धरातल पर अनिवार्य रूप से शामिल करने की व्यवस्था की जाएगी।