मुंबई। विदेशी बाजारों से मिले मिश्रित संकेतों के बीच डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा की रिकॉर्ड गिरावट, कच्चे तेल की कीमतों में उबाल और घरेलू स्तर पर इससे मचे सियासी घमासान के दबाव में हुई चौतरफा बिकवाली से सोमवार को घरेलू शेयर बाजार में एक फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 467.65 अंक की भारी गिरावट के साथ 38,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से लुढ़कता हुआ 37,922.17 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 151 अंक टूटकर 11,438.10 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार पर शुरुआत से ही बिकवाली का दबाव रहा। डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा के 72.67 रुपए प्रति डॉलर के निचले स्तर पर आने से निवेशकों का उत्साह ठंडा रहा।
इसके अलावा पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के मद्देनजर भारत बंद के आह्वान का भी असर शेयर बाजार पर रहा। अमेरिका और चीन के बीच तनातनी बढ़ने की चिंता भी निवेशकों को रही जिससे सेंसेक्स गिरावट में 38,348.39 अंक पर खुला।
कारोबार के दौरान यह 38,354.52 अंक के दिवस के उच्चतम और 37,882.83 अंक के दिवस के निचले स्तर से होता हुआ गत दिवस की तुलना में 1.22 प्रतिशत फिसलकर 37,922.17 अंक पर बंद हुआ। यह 17 अगस्त के बाद का सेंसेक्स का निचला बंद स्तर है। सेंसेक्स की मात्र 4 कंपनियों में तेजी रही।
निफ्टी की शुरुआत भी गिरावट के साथ 11,570.25 अंक से हुई। यह कारोबार के दौरान 11,573.00 अंक के दिवस के उच्चतम और 11,427.30 अंक के दिवस के निचले स्तर से होता हुआ गत दिवस की तुलना में 1.30 प्रतिशत कमजोर होकर 11,438.10 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 42 कंपनियां गिरावट और 8 तेजी में रहीं।
दिग्गज कंपनियों की अपेक्षा मझौली कंपनियों में अधिक बिकवाली हुई। बीएसई का मिडकैप 1.68 प्रतिशत यानी 180.01 अंक की गिरावट में 16,227.84 अंक पर और स्मॉलकैप 1.07 प्रतिशत यानी 180.01 अंक की गिरावट में 16,716.94 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई के 20 समूहों में से मात्र एक समूह आईटी के सूचकांक में तेजी रही जबकि शेष 19 समूहों में गिरावट दर्ज की गई। बीएसई में कुल 2,927 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1,684 में गिरावट, 1,049 में तेजी और 194 के शेयरों के भाव अपरिवर्तित बंद हुए। (वार्ता)