भारतीय बैडमिंटन की 'शटल परी' पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने सोमवार को सोशल मीडिया पर I RETIRE का ट्वीट करके एकाएक सबको चौंका दिया। सिंधू ने ट्वीट करते हुए एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा 'मैं रिटायर हो रही हूं। हालांकि इसके तुरंत बाद उन्होंने लिखा कि यह रिटायरमेंट खेल से नहीं उस डर, और नेगेटिव सोच से हैं जिससे वह पिछले काफी समय से परेशान हैं।
सिंधू ने अपने ट्वीट में जैसे ही रिटायर शब्द का इस्तेमाल किया, खेल क्षेत्रों में अचानक सनसनी फैल गई कि उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया है लेकिन सिंधू ने एक लंबे बयान में साथ ही स्पष्ट किया कि उन्होंने खेल को नहीं छोड़ा है बल्कि कोरोना के कारण देश में उपजे हालात और नकारात्मक परिस्थितियों से वह परेशान हो गई है। ओलंपिक पदक विजेता ने साथ ही कहा कि अगले साल जनवरी में एशियाई टूर्नामेंट से खेल में जबरदस्त वापसी करेंगी।
सिंधु ट्विटर पर अपने आधिकारिक अकाउंट पर ट्वीट करते हुए लिखती हैं, ' मैं लंबे समय से सोच रही थी कि अपनी भावनाओं को लेकर सामने आ जाऊं। मैं मानती हूं कि मैं काफी संघर्ष कर रही थी। मैं जानती हूं जब तक आप यह पोस्ट पढ़ेंगे और अंत में आप कंफ्यूज और हैरान रह जाएंगे।
उन्होंने लिखा कि कोरोना महामारी ने मेरी आंखें खोल दीं। मैं सबसे ताकतवर विरोधी के लिए तैयारी कर सकती हूं, दबाव में खेल सकती हूं, पहले भी किया था फिर कर सकती हूं, लेकिन मैं ऐसे वायरस को कैसे मात दूं जो दिखता ही नहीं। हम महीनों से घर पर हैं और जब भी बाहर जाते हैं तो सोचते हैं। इस दौरान कई दिल तोड़ने वाली कहानियां सुनकर मैं खुद से सवाल करने को मजबूर हो गई हूं।
सिंधू ने लिखा, 'मैं अशांति के मौजूदा माहौल से संन्यास लेना पसंद करती हूं। मैं नकारात्मकता से, इससे उपजे भय के माहौल से, अनिश्चतिता से संन्यास लेना चाहती हूं। मैं अनजाने भय पर नियंत्रण की कमी से संन्यास लेना चाहती हूं। इन सबसे महत्वपूर्ण मैं घटिया स्वच्छता मानकों और वायरस के प्रति हमारे अभावपूर्ण रवैया से संन्यास लेना चाहती हूं।'
उन्होंने जारी बयान में कहा, 'हमें अच्छी तैयारी की जरूरत है। हम मिलकर वायरस को मात दे सकते हैं। हमें सुरंग की आखिरी छोर पर दिखने वाली मद्धिम रोशनी के बारे में आशान्वित रहना होगा। डेनमार्क ओपन नहीं हो सका लेकिन मुझे कड़े प्रशिक्षण के लिये नहीं रोक सकेगा। मैं एशिया ओपन के लिए जाऊंगी।'
सिंधु ने भले ही अपने तरीके से रिटायरमेंट की परिभाषा गढ़ी हो लेकिन उनके कुछ प्रशंसकों को यह तरीका रास नहीं आया और उन्होंने सिंधु को उनकी इस हरकत के लिए खरी खरी भी सुनाई।
सनद रहे कि 24 साल की पीवी सिंधु ने पिछले साल विश्व बैडमिंटन चैम्पियन बनने का सम्मान हासिल किया था। 2019 के विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल में सिंधु ने जापान की नोजोमी ओकुहारा को शिकस्त थी। वर्ल्ड बैडमिंटन में सिंधु ने 5 पदक जीतकर दुनिया की दूसरी खिलाड़ी बनने का गौरव प्राप्त किया था। सिंधु के नाम विश्व बैडमिंटन में 1 स्वर्ण, 2 रजत और 2 कांस्य पदक दर्ज हैं।
सिंधु कोरोना काल से जब बाहर निकली तो यह भी खबरें आई कि उनके कोच पुलेला गोपीचंद के साथ पटरी सही नहीं बैठ रही है, इसी कारण वे हैदराबाद में नेशनल कैंप को छोड़कर लंदन चली गई। यह भी खबरें उड़ी कि सिंधु की परिवार में भी अनबन हो गई है लेकिन बाद में सिंधु की तरफ से बयान आया कि मेरा न तो परिवार विवाद है न ही कोच से कोई खटपट हुई है। मैं लंदन अपनी ट्रेनिंग के सिलसिले में गई थी।