पालेमबैंग। भारतीय टेनिस टीम के कोच और कप्तान जीशान अली ने आज यहां कहा कि अनुभवी टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस के अंतिम समय में 18वें एशियाई खेलों से हटने के कारण पुरुष युगल और मिश्रित युगल में भारत के पदक की संभावनाओं को बड़ा झटका लगा है।
जीशान ने कहा कि उन्होंने पेस को मनाने की काफी कोशिश की लेकिन 18 बार के ग्रैंडस्लैम विजेता पेस पुरुष युगल में ‘विशेषज्ञ’साझीदार नहीं मिलने पर नाराजगी जताते हुए खेलों से हट गए।
जीशान ने अभ्यास सत्र से पहले कहा, जाहिर है पेस का नहीं होना काफी निराशाजनक है। हमारे लिए यह बड़ी क्षति है। वह पेशेवर खिलाड़ी है और यह उनका फैसला है। इस फैसले से उनकी देशभक्ति पर सवाल नहीं खड़ा किया जाना चाहिए।
जीशान ने कहा, पेस को किसके साथ जोड़ी बनानी है यह सोचे बिना यहां होना चाहिए था क्योंकि उन्होंने खुद ही देश का प्रतिनिधित्व करने का फैसला किया था।
डेविस कप के इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा, मुझे यह भूलना होगा की पेस नहीं आ रहे है और युगल टीम को फिर से बनाने पर ध्यान देना होगा। इसमें कोई शक नहीं कि हमें पेस के अनुभव की कमी खलेगी। वह कोर्ट में युवाओं का मार्गदर्शन भी करते।
जीशान के पास कल सबह 10 बजे तक खिलाड़ियों के नामों और टीम संयोजन देने का समय है लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई की शाम में होने वाले एक अन्य अभ्यास सत्र के बाद वह कोई फैसला ले सकेंगे।
पुरुष और महिला एकल में रामकुमार रामनाथन, प्रजनेश गुणेश्वरन, अंकिता रैना और करमन कौर थांडी भारतीय चुनौती पेश करेंगे जबकि पुरुष युगल में रोहन बोपन्ना और दिविज शरण विशेषज्ञ युगल जोड़ी उतरेगी।
पेस को एकल विशेषज्ञ रामकुमार रामनाथन या सुमित नागल में से किसी एक के साथ खेलना था। पेस की गैरमौजूदगी में युगल वर्ग में एकल खिलाड़ियों की टीम ही उतरेगी जिसमें गुणेश्वरन भी शामिल हो सकते है।
इंचियोन में हुए पिछले एशियाई खेलों में भारत को टेनिस में एकमात्र स्वर्ण मिश्रित युगल में मिला था लेकिन पेस की गैरमौजूदगी से इस बार की योजना बिगड़ती दिख रही है।
जीशान ने कहा कि पेस की गैरमौजूदगी में यह देखना होगा कि मिश्रित युगल में उनकी जगह कौन उतरेगा। इस बात की ज्यादा संभावना है कि इसमें बोपन्ना के अलावा दिविज को मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा कि मिश्रित युगल के लिए तीन महिला खिलाड़ी है जिसमें अंकिता करमन और प्रार्थना थोंबारे है और हमें यह देखना होगा कि बोपन्ना और दिविज के साथ किसकी जोड़ी बनती है। (भाषा)