विजयनगर। भारत के लिए एशियाई खेलों की एकल टेनिस स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र खिलाडी सोमदेव देववर्मन को लगता है कि 18 अगस्त से जकार्ता में शुरू होने वाले खेलों में युवा और अनुभवी खिलाडियों का दल अच्छा प्रदर्शन करेगा।
सोमदेव को हालांकि लगता है कि अमेरिकी ओपन की तारीखों से टकराव की वजह से एशियाई खेलों की चमक थोडी फीकी हुई है लेकिन उनका मानना है कि भारतीय खिलाडियों को इस मौके का फायदा उठाना चाहिए। भारतीय डेविस कप टीम के स्टार रह चुके सोमदेव ने कहा कि पुरूष वर्ग में हम निश्चित रूप से पदक के दावेदार हैं।
पुरूष एकल वर्ग में निश्चित रूप से, रामनाथन और प्रज्नेश गुणेश्वरन अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिकी ओपन के साथ तारीखों के टकराव की वजह से एशियाई खेलों की टेनिस स्पर्धा की चमक थोडी फीकी हो गई है क्योंकि काफी खिलाडी इस ग्रैंडस्लैम में खेल रहे हैं। यह भारतीय खिलाडियों के लिये अच्छा मौका है।
हालांकि उन्होंने इस पर कहा, एथलीट के तौर पर आपके सामने कोई भी हो आप अपना अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो भारतीय खिलाडियों के पास अच्छा मौका है और इस टूर्नामेंट में उनका रिकार्ड भी शानदार है। उन्होंने कहा, इसलिये मुझे पुरूष एकल और युगल में पदक की उम्मीद है। मुझे लगता है कि पुरूष युगल में हम मजबूत दावेदार हैं और रोहन अगर स्वस्थ रहते हैं और दिविज भी स्वस्थ रहते हैं तो मुझे लगता है कि वे अच्छे मैच जीतेंगे। रोहन बोपन्ना पिछले कुछ समय से चोटों से जूझ रहे हैं।
सोमदेव ने 2010 इंचियोन एशियाई खेलों में एकल स्पर्धा देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता था। इन्हीं खेलों में उन्होंने सनम सिंह के साथ मिलकर युगल स्पर्धा का भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।
उन्होंने महिला वर्ग के बारे में बात करते हुए कहा कि महिला वर्ग में करमन कौर थांडी शीर्ष 200 में पहुंची हैं और वह 20 साल की है। इतनी छोटी उम्र में वह यहां तक पहुंची, यह शानदार है। उसका सर्वश्रेष्ठ निश्चित रूप से आएगा। तो उसके लिए भी एशियन खेलों में अच्छा मौका है।
सोमदेव ने कहा, अंकिता रैना का प्रदर्शन उतार चढाव वाला रहा है, लेकिन जब वह अच्छा खेलती है तो निश्चित रूप से उसके पास भी मौका है।
महिला युगल में प्रार्थना थोंबरे सानिया की अनुपस्थिति में अच्छा कर रही हैं तो उनके पास भी खुद को साबित करने का मौका है। अंकिता रैना रैंकिंग में 187 स्थान और करमन कौर थांडी भी शीर्ष 200 में जगह बनाने में सफल रहीं।
सोमदेव ने कहा कि मिश्रित युगल में भी हमारे पास मौका है, अगर रोहन स्वस्थ रहता है तो इसमें भी हम पदक जीत सकते हैं। अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि वह निश्चित रूप से कोचिंग देना पसंद करेंगे लेकिन समय के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा, मेरा पूरा ध्यान खेल के विकास पर लगा है। कुछ समय बाद शायद मैं कोचिंग भी कर सकता हूं लेकिन नहीं पता कब। निकट भविष्य में नहीं, यह तो तय है। इसके लिये समय नहीं बता सकता। (भाषा)