मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता उद्धव ठाकरे गुरुवार को एक-दूसरे से बातचीत करते हुए विधान भवन में पहुंचे और उन्होंने वहां खड़े मीडियाकर्मियों का एक साथ अभिवादन किया। विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) ठाकरे मराठी भाषा विभाग की बैठक में भाग लेने आए थे।
अविभाजित शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के रिश्तों में 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद दरार आ गई थी और तब से फडणवीस और ठाकरे के बीच भी प्रतिद्वंद्विता देखी जाती रही है। मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों दलों के रिश्ते टूट गए थे और तब ठाकरे ने कांग्रेस तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के समर्थन से सरकार बनाई थी।
एकनाथ शिंदे के शिवसेना से विद्रोह के बाद पिछले साल जून में महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी और तब से फडणवीस एवं ठाकरे के संबंध और कटु हो गए। शिंदे बाद में भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए। फडणवीस ने एक बार कहा था कि 'उन्होंने एमवीए सरकार गिरवाकर ठाकरे से बदला ले लिया है।'(भाषा)