यूपी, बिहार से लेकर मध्यप्रदेश तक, प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में भयावह भीड़, बेकाबू हो रहे हालात
16 फरवरी को 380 ट्रेंन में 12 लाख लोग प्रयागराज पहुंचे
महाकुंभ 2025 में आस्था की डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मध्यप्रदेश से आने वाली ट्रेनें फुल चल रही हैं। स्थिति इतनी भयावह है कि ट्रेनों में सुई रखने की जगह तक नहीं दिख रही है। दिल्ली में रेलवे ने भगदड़ के बाद भीड़ को कंट्रोल करने के लिए इंतजाम किए हैं और प्लेटफॉर्म टिकट रोक दिए हैं। कई जगह से जबरन ट्रेनों में घुसने की खबरें आ रही हैं। कई जगह से ट्रेनों में खचाखच भीड़ की खबरें और वीडियो सामने आ रहे हैं। सरकार ने हाल ही में आकडा जारी किया है। बताया कि 16 फरवरी को 380 ट्रेंन में 12 लाख लोग प्रयागराज पहुंचे हैं। अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रयागराज जाने वालों में किस तरह का क्रेज है।
बिहार की स्थिति : महाकुंभ में स्नान करने को लेकर लोगों में इस कदर जुनून है कि अगर भीड़ ज्यादा होने की वजह से गेट से एंट्री नहीं भी मिल रही तो लोग इमरजेंसी विंडो से ही घुसने से परहेज नहीं कर रहे हैं। ऐसे में आप इस बात का भी अंदाजा लगा सकते हैं कि ट्रेन के अंदर कैसे हालात होंगे। ये नजारा बिहार के मुजफ्फरपुर का है। जहां सोमवार को जिसको जहां से मौका लगा वो वहीं से ट्रेन के अंदर घुसने की कोशिश करता दिखा। लोग जैसे भी हो महाकुंभ में डुबकी लगाकर ही रहेंगे। इसी दौरान एक ऐसा वीडियो भी सामने आया जहां कुछ महिलाएं इमरजेंसी विंडो यानी आपातकालीन खिड़की से ट्रेन के अंदर दाखिल होती दिखीं।
यूपी कानपुर में भी बेहाल : यूपी के कानपुर से भी कई वीडियो सामने आ रहे हैं। इन वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह से प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में चढ़ने के लिए स्टेशन पर मौजूद भीड़ किस हद तक जा सकते हैं। कोई अपनी सुरक्षा की परवाह तक नहीं कर रहा है। लेकिन भीड़ ज्यादा होने की वजह से वह किसी तरह भी ट्रेन के अंदर दाखिल होना चाह रहे थे। इस भीड़ में कई महिलाएं भी शामिल थीं। श्रद्धालुओं की भीड़ की वजह से रेलवे स्टेशन पर कुछ समय के लिए तो अफरातफरी जैसी स्थिति भी बन गई।
इंदौर में बेकाबू हुए यात्री : इंदौर रेलवे स्टेशन ट्रेनों में सवार होने के लिए एक तरह से यात्री अपनी जान पर खेल रहे हैं। यहां ट्रेनों में खिड़कियों से लोग एंट्री ले रहे हैं। प्लेटफॉर्म पर बेइंतहा भीड़ हो रही है। इंदौर प्रयागराज एक्सप्रेस इंदौर से दोपहर करीब 12 बजे रवाना होती है। लेकिन लोग इसमें प्रयागराज से आते ही चढ़ रहे हैं। हालात यह है कि जिन लोगों ने रिजर्वेशन कर रखा है, उन्हें भी सीट नहीं मिल पा रही है।
4-4 घंटे इंतजार कर रहे लोग : इंदौर रेलवे स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म पर 6.30 बजे उद्घोषणा हुई कि कुछ ही देर में आंबेडरक नगर-प्रयागराज ट्रेन आने वाली है। चार से पांच घंटे तक ट्रेन के इंतजार में बैठे यात्री तैयार हो गए। इस बीच प्लेटफार्म के पंखे शुरू करने का अनाउंस भी होने लगा। ट्रेन प्लेटफार्म पर आने से पहले पुलिसकर्मी सक्रिय हो गए और उन्होंने चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करने वाले यात्रियों को चेतावनी देना शुरू की दी
धक्का मुक्की, चढ़ने की होड़ मची : ट्रेन रुकने के बाद जिस डिब्बे में जगह पाने के लिए धक्का-मुक्की मचने लगी तो वहां पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाला। कुछ यात्री आपातकालीन खिड़की से भीतर जाकर अपनी सीट सुरक्षित करने लगे। इस बीच एक महिला यात्री का मोबाइल पटरी पर गिर गया। पुलिसकर्मियों ने पटरी से मोबाइल उठाकर महिला यात्री को दिया। तब तक एक पुलिसकर्मी लोको पायलेट के पास गाड़ी रुकवाने के लिए खड़ा था। प्लेटफार्म पर ट्रेन दस मिनट के लिए रुकी। इंदौर से सभी डिब्बों में भीड़ नजर आई,जबकि उज्जैन में भी इस ट्रेन का यात्री बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
Edited By: Navin Rangiyal