पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के इस दावे पर कटाक्ष किया कि केंद्र में पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने दबाव बनाया था।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता यादव ने कहा कि वह शाह की टिप्पणी से अनभिज्ञ हैं, लेकिन आश्चर्य है कि क्या यह अनजाने में स्वीकार किया गया है कि नरेंद्र मोदी नीत सरकार के दौरान केंद्रीय एजेंसियों पर दबाव डाला जा रहा है।
यादव से कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को फंसाने के लिए दबाव को लेकर शाह के दावे के बारे में पूछा गया था। राजद नेता ने कहा, मैं टिप्पणियों से अनभिज्ञ हूं और यह नहीं कह सकता कि उनके दावे में कोई सच्चाई है या नहीं।
लेकिन उन्होंने दबाव शब्द का इस्तेमाल किया। तो, एक तरह से, क्या इसका मतलब यह नहीं है कि वह स्वीकार करते हैं कि केंद्रीय एजेंसियों पर दबाव डाला जा रहा है और उन्हें निष्पक्ष तरीके से काम करने की अनुमति नहीं दी जा रही है? शाह ने बुधवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम में यह दावा किया था।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के रेलमंत्री के कार्यकाल से संबंधित एक मामले में सीबीआई ने उनके बेटे तेजस्वी से हाल में पूछताछ की थी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य करार दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर यादव ने एक दार्शनिक टिप्पणी की। उन्होंने कहा, समय बलवान है। समय का पहिया घूमता रहता है। सबका हिसाब होगा।
उपमुख्यमंत्री ने बिजली क्षेत्र में एक देश एक शुल्क नीति के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आग्रह पर ध्यान नहीं देने के लिए भी केंद्र की आलोचना की। यादव ने कहा, मौजूदा प्रणाली के तहत, हम धनी राज्यों के शुल्कों की तुलना में कहीं अधिक दर पर क्रय कर रहे हैं।
बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, राज्य मंत्रिमंडल ने उपभोक्ताओं की जेब पर बोझ कम करने के लिए 13000 करोड़ रुपए से अधिक की सब्सिडी को मंजूरी दी है।
अपनी पत्नी और नवजात बेटी के साथ दिल्ली में एक सप्ताह बिताने के बाद लौटे तेजस्वी यादव ने शुभकामनाओं के लिए लोगों को शुक्रिया कहा। यादव ने कहा, मेरे पिता ने मेरी बेटी का नाम कात्यायनी रखा है। नवरात्र के छठे दिन देवी कात्यायनी की पूजा की जाती है।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)