नई दिल्ली। लोकसभा में राफेल सौदे पर अपना पक्ष रखते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सरकार पर हमला करते हुए बुधवार को कहा कि मोदी के फ्रांस जाते ही राफेल विमान की कीमत 526 करोड़ से बढ़कर 1600 करोड़ रुपए हो गई।
राहुल ने कहा कि पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि उन्हें डील में बदलाव का पता नहीं था। उन्होंने सवाल उठाया कि 126 के स्थान पर 36 विमानों पर सौदा क्यों किया गया और आज एक भी विमान क्यों आया? उन्होंने कहा कि क्या वायुसेना के कहने पर संख्या घटाई गई?
उन्होंने कहा कि मोदी के कहने पर अंबानी को राफेल सौदे में शामिल किया गया, जबकि एचएएल 70 सालों से विमान निर्माण का काम कर रही है, उसे सौदे से दूर रखा गया। राहुल ने कहा कि अपने इंटरव्यू में भी मोदी ने राफेल पर कुछ नहीं बोला। अंबानी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अंबानी नाकाम बिजनेसमैन हैं। उन पर 45000 रुपए का कर्ज है।
टेप जारी करने की अनुमति मांगी : अपनी बात को साबित करने के लिए राहुल ने गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे का टेप जारी करने की अनुमति मांगी, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ने इसकी प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हुए जारी करने की अनुमति नहीं दी। दूसरी ओर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने टेप की प्रामाणिकता साबित करने की राहुल को चुनौती दी।