लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि हिन्दुस्तान को बनाने में उद्योगपतियों की भी अहम भूमिका है अत: उन्हें चोर, लुटेरा कहना या अपमानित करना गलत है। हम उन लोगों में से नहीं हैं, जो कारोबारियों के साथ खड़े होने या फोटो खिंचवाने से डरते हैं, वरना ऐसे भी लोग हैं जिनकी उद्योगपतियों के साथ तस्वीरें तो नहीं हैं, लेकिन ऐसा कोई उद्योगपति नहीं जिसने उनके घर पर साष्टांग दंडवत न किया हो। जिन लोगों की नीयत साफ नहीं होती, वे पर्दे के पीछे कारोबारियों से मिलते हैं।
विपक्षी दलों द्वारा अकसर देश के बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के आरोपों का सामना करने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को कहा कि अगर हिन्दुस्तान को बनाने में एक किसान, एक कारीगर, एक बैंकर फाइनेंसर, सरकारी मुलाजिम और मजदूर की मेहनत काम करती है तो वैसे ही देश के उद्योगपतियों की भी भूमिका होती है। हम उनको अपमानित करेंगे, चोर-लुटेरा कहेंगे...ये कौन सा तरीका है?
अमर सिंह सारी हिस्ट्री निकाल देंगे : उन्होंने यहां ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (औद्योगिक निवेश का शुभारंभ) के मौके पर कहा कि ऐसे भी लोग हैं जिनकी उद्योगपतियों के साथ तस्वीरें तो नहीं हैं, लेकिन पहले पर्दे के पीछे बहुत कुछ होता था। देश में कोई भी ऐसा उद्योगपति नहीं होगा, जो सरकार के सामने जाकर दंडवत न होता हो। साथ ही हल्के-फुल्के अंदाज में उन्होंने कहा कि अमर सिंह बैठे हुए हैं। सारी हिस्ट्री निकाल देंगे। कार्यक्रम में सपा के पूर्व नेता अमर सिंह भी मौजूद थे।
किसी के साथ खड़े होने से दाग नहीं लगते : प्रधानमंत्री ने कहा कि लेकिन जब नीयत साफ हो, इरादे नेक हों तो किसी के साथ खड़े होने से दाग नहीं लगते। महात्मा गांधी का जीवन जितना पवित्र था, उनको बिड़ला के परिवार में जाकर रहने में कभी संकोच नहीं हुआ, क्योंकि उनकी नीयत साफ थी। उन्होंने कहा कि पब्लिक में नहीं मिलने और पर्दे के पीछे सब कुछ करने वाले लोग डरते हैं।
जो गलत करेगा, वो जाएगा जेल : मोदी ने साथ ही चेताया कि हां जो गलत करेगा, उसे या तो देश छोड़ना पड़ेगा या जेलों में जिंदगी गुजारनी पड़ेगी। इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वे कहते रहते हैं कि वे ऐसा भारत देखना चाहते हैं, जो संपन्न, सक्षम और विचारशील हो, जहां गांवों और शहरों, केंद्र तथा राज्यों, मजदूरी तथा आय, प्रशासन एवं नागरिकों में दूरी न हो।
गिनाईं केंद्र सरकार की उपलब्धियां : केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 3 सालों में घरों में लगाए गए एलईडी बल्ब के जरिए बिजली के बिल में से 50,000 करोड़ रुपए बचाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस राशि को अगर वे छूट के रूप में देते तो हर जगह वाह-वाह मोदी की चर्चा होती। उन्होंने कहा कि फाइबर (केबल) बिछाना हो या इंटरनेट सेवाओं के लिए आईटी सेंटरों की स्थापना, डिजिटल ढांचे को नई दिशा और राज्य की नई गति मिलेगी।
मोबाइल निर्माण का हब बनता जा रहा है देश : उन्होंने कहा कि देश इस वक्त दुनिया में मोबाइल निर्माण का हब बनता जा रहा है और उत्तरप्रदेश इस क्रांति में सबसे आगे है। उन्होंने बताया कि राज्य में 50 से भी अधिक मोबाइल निर्माता कंपनियां काम कर रही हैं और विश्व की सबसे बड़ी मोबाइल निर्माता इकाई भी यहां है। भारत इस समय मोबाइल बनाने में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है।
60,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास : उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार को प्रधानमंत्री ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 60 हजार करोड़ रुपए की 81 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। मोदी ने इन योजनाओं को डिजिटल इंडिया और मेड इन इंडिया की ओर एक बड़ा कदम बताया।
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी नहीं, रिकॉर्ड ब्रेकिंग सेरेमनी : मोदी ने कहा कि प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना बहुत संकोच से कह रहे थे कि 60 हजार करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। यह ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी नहीं, रिकॉर्ड ब्रेकिंग सेरेमनी है। उन्होंने कहा कि इतने कम समय में प्रक्रिया को सरल कर इतना बड़ा निवेश करना बड़ी बात है।
उन्होंने कहा कि मैं भी बहुत लंबे अरसे तक मुख्यमंत्री रहा हूं। औद्योगिक गतिविधियों से जुड़ा रहा हूं। यह निवेश कम नहीं है। यूपी इन्वेस्टर्स समिट के 5 महीने बाद ही इतना बड़ा निवेश होना बड़ा काम है। 60 हजार करोड़ रुपए को कम न समझें। हम एक ऐसी व्यवस्था खड़ी करना चाहते हैं, जहां किसी प्रकार के भेदभाव की गुंजाइश न हो। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'प्रक्रियाओं में गति भी दिखे और संवेदनशीलता भी, न अपना, न पराया, न छोटा, न बड़ा, सबके साथ समान व्यवहार... सबका साथ, सबका विकास।'
उन्होंने कहा कि मैंने उत्तरप्रदेश की 22 करोड़ जनता को वचन दिया था कि उनके प्यार को ब्याज समेत लौटाऊंगा। यहां जो परियोजनाएं शुरू हो रही हैं, वे उसी वचनबद्धता का हिस्सा हैं। ये परियोजनाएं उत्तरप्रदेश में आर्थिक और औद्योगिक असंतुलन को दूर करने में भी सहायक होंगी।
इससे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि 60 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं की शुरुआत तो रविवार को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में हो रही है जबकि करीब 50 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाएं पाइप लाइन में हैं, जो जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। उत्तरप्रदेश ने देश के विभिन्न राज्यों के बीच इज ऑफ डूइंग बिजनेस में श्रेष्ठ 5 राज्यों में जगह बनाने में सफलता प्राप्त की है। 50 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाएं पाइप लाइन में हैं। इन परियोजनाओं को भी जल्द ही जमीन पर उतारने का काम करेंगे।
समारोह को उद्योगपति कुमारमंगलम बिड़ला, गौतम अडानी, सुभाष चन्द्रा, संजय पुरी, यूसुफ अली, बीआर शेट्टी आदि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदेश के उद्योगों पर 10 मिनट की एक फिल्म भी दिखाई गई।