फतेहाबाद (हरियाणा)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिशन 2024 की तैयारी में लगे हुए हैं। भाजपा से अलग होने के बाद वह भगवा पार्टी पर लगातार निशाना साध रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस और वाम दलों समेत सभी विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की और कहा कि 'विपक्षी दलों का यह मुख्य मोर्चा' यह सुनिश्चित करेगा कि 2024 के आम चुनाव में भगवा पार्टी को बुरी तरह शिकस्त मिले।
कुमार ने यहां इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) द्वारा आयोजित एक विशाल रैली में कहा कि अगर सभी गैर-भाजपा दल एकजुट हो जाएं, तो वे देश को तबाह करने के लिए काम कर रहे लोगों से छुटकारा दिला सकते हैं।
पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित रैली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)के प्रमुख शरद पवार और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के सुखबीर सिंह बादल सहित अन्य नेता भी शामिल हुए।
कुमार ने कहा कि मैं कांग्रेस समेत सभी दलों से एकसाथ आने की अपील करता हूं, तभी 2024 के लोकसभा चुनाव में वह (भाजपा) बुरी तरह हारेगी। मार की जनता दल (यूनाइटेड) ने हाल में भाजपा से नाता तोड़ लिया था।
उन्होंने यह भी कहा कि हिन्दू और मुसलमानों के बीच कोई लड़ाई नहीं है और भाजपा अशांति पैदा करना चाहती है। कुमार ने कहा कि मेरी बस एक ही इच्छा है कि हम राष्ट्रीय स्तर पर साथ आएं...हमें और दलों को अपने साथ लाने की आवश्यकता है।
लोकतंत्र बचाने के लिए छोड़ा भाजपा का साथ : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि जनता दल (यूनाइटेड), शिरोमणि अकाली दल और शिवसेना ने संविधान तथा लोकतंत्र को बचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का साथ छोड़ा है।
पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल की जयंती के अवसर पर यहां इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) की रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा पर झूठे दावे और वादे करने का आरोप लगाया और इसे 'बड़का झूठा पार्टी' करार दिया।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी हालिया जनसभा के दौरान बिहार के पूर्णिया जिले में एक हवाई अड्डा होने की बात कही, जबकि शहर में कोई हवाई अड्डा है ही नहीं।
बिहार के मुख्यमंत्री व जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार, शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत की मौजूदगी में उन्होंने कहा कि ये सभी राजग के सदस्य थे।
तेजस्वी ने दावा किया कि इन सभी ने संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन का साथ छोड़ा है। उन्होंने पूछा कि राजग अब कहां रह गया है।
तेजस्वी ने कहा कि एक ओर बिहार सरकार ने लोगों को नौकरियां देने की कवायद शुरू कर दी है, तो वहीं भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार नौकरियां देने के अपने वादे को पूरा करने में नाकाम रही है।