नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के पश्चिमी इलाके में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास स्थित 4 मंजिला व्यावसायिक इमारत में शुक्रवार शाम आग लगने से कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई। 50 लोगों को बिल्डिंग से सुरक्षित बाहर निकाला गया। आग इतनी भयावह थी कि कई लोग जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूद गए तो कई लोग रस्सियों के सहारे इमारत से नीचे आते दिखाई दिए। अब सवाल यह उठ रहा है कि इस भीषण अग्निकांड में मारे गए 50 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है?
आग इमारत की पहली मंजिल से लगनी शुरू हुई जहां सीसीटीवी कैमरा और राउटर निर्माता कंपनी का कार्यालय था। आग बुझाने के काम में 30 से अधिक दमकल वाहनों को लगाया गया। कंपनी के मालिकों-हरीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया गया है और इमारत के मालिक की पहचान मनीष लाकरा के रूप में हुई है। उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार, आग लगने की सूचना शाम 4.45 बजे मिली जिसके बाद 30 से अधिक दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। यह आग मुंडका मेट्रो स्टेशन के पिलर नंबर 544 के निकट लगी।
शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला कि चार मंजिला इमारत में कंपनियों को ऑफिस स्पेस मुहैया कराया जाता था। उन्होंने बताया कि पहली मंजिल में एक कंपनी का कार्यालय था और उसके 50 से अधिक कर्मचारियों को सुरक्षित निकाल लिया गया, वहीं 27 लोगों के शव बरामद किए गए हैं।
दमकल विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रात करीब 11 बजे आग पर काबू पा लिया गया लेकिन प्रशीतन अभियान जारी है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आग लगने से हुई लोगों की मौत पर शोक जताया।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली में भीषण आग की घटना में लोगों की मौत से बेहद दुखी हूं। शोकाकुल परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से इस हादसे में जाने गंवाने वालों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपए तथा घायलों को पचास-पचास हजार रुपए की राशि दी जाएगी।