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पहले CM केजरीवाल खांसते थे, अब पूरी दिल्ली

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, मंगलवार, 19 नवंबर 2019 (18:10 IST)
नई दिल्ली। लोकसभा में दिल्ली के प्रदूषण पर चर्चा करते हुए भाजपा के सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि पहले दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविन्द केजरीवाल खांसते थे, जबकि अब पूरी दिल्ली खांसती है। 
 
दिल्ली के मुख्‍यमंत्री केजरीवाल पर निशाना साधते हुए प्रवेश ने कहा कि पहले कहते थे कि उपराज्यपाल काम नहीं करने दे रहे हैं और अब प्रदूषण के लिए पंजाब और हरियाणा को दोषी ठहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पॉल्यूशन 200 दिन रहता है, पराली तो सिर्फ 50 दिन ही जलती है।
 
भाजपा सांसद ने आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल सिर्फ बहानेबाजी करते हैं। 600 करोड़ रुपए विज्ञापन पर बर्बाद कर दिए। दिल्ली में मास्क घोटाला हुआ है। बिना टेंडर मास्क खरीदे गए। दिवंगत सीएम शीला दीक्षित के कामों को याद करते हुए वर्मा ने कहा कि 15 साल में जो काम हुए, उसके बाद एक भी नई सड़क नहीं बनी।
 
धरती के अस्तित्व का सवाल : इससे पहले कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने नियम 193 के तहत ‘वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन’ पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन तथा वायु प्रदूषण जैसे मुद्दे हमारे अस्तित्व का संकट बन गए हैं।
 
तिवारी ने कहा कि यह सत्ता या विपक्ष या किसी दल अथवा देश से जुड़ा मुद्दा नहीं रह गया है बल्कि धरती के अस्तित्व का सवाल बन गया है। हमारे लिए साफ हवा में सांस लेना कठिन हो गया है, इसलिए इसके लिए संसद को पहल करनी चाहिए और स्थायी समिति का गठन कर इस मामले पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
 
सबसे ज्यादा प्रदूषण वाहनों से : तिवारी ने कहा कि दिल्ली दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में शामिल है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल में 15 प्रमुख प्रदूषित शहरों की सूची जारी की है, जिसमें भारत के दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम, कानपुर, वाराणसी, जयपुर, जोधपुर, पटना, गया जैसे 14 शहर शामिल हैं। 
 
उन्होंने कहा कि पराली के कारण यह शहर हर साल इसी दौरान प्रदूषण से ज्यादा प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि किसान को पराली नहीं जलानी पड़े इसके लिए सरकार को उन्हें आर्थिक मदद करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में वाहन प्रदूषण 41 प्रतिशत है जबकि औद्योगिक प्रदूषण 18 प्रतिशत है।
 
 

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