नई दिल्ली। खतरनाक स्तर के वायु प्रदूषण की गिरफ्त में ‘छटपटाती’ राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार सुबह 8 बजे से सम-विषम योजना लागू हो गई और इस दौरान सड़कों पर वाहनों की संख्या कम देखी गई। भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने विषम नंबर वाली एक एसयूवी चलाने पर चालान काटा गया।
सम-विषम नियम का उल्लंघन करने पर 4,000 रुपए के जुर्माने का प्रावधान है। इससे पहले 2016 में दो बार यह योजना लागू होने पर उल्लंघन के लिए 2,000 रुपए जुर्माने का प्रावधान किया गया था।
दिल्ली के शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया वायु प्रदूषण के प्रति जागरूकता का मिसाल पेश करते हुए साइकल से दफ्तार पहुंचे। केजरीवाल ने ट्वीट करके अपने बच्चों और शहर के लिए इस नियम का पालन करने की लोगों से अपील की उन्होंने सरकारी मशीनरी से भी यह सुनिश्चत करने को कहा कि पाबंदी के कारण किसी को बेकार में कोई परेशानी न हो।
केजरीवाल ने कहा कि नमस्ते दिल्ली! प्रदूषण कम करने के लिए आज से ऑड-ईवन शुरू हो रहा है। अपने लिए, अपने बच्चों की सेहत के लिए और अपने परिवार की साँसों के लिए ऑड-ईवन का ज़रूर पालन करें। कार शेयर करें। इससे दोस्ती बढ़ेगी, रिश्ते बनेंगे, पेट्रोल बचेगा और प्रदूषण भी कम होगा। दिल्ली फिर कर दिखाएगी।
यह योजना 15 नवम्बर तक सुबह 8 से रात 8 बजे तक लागू होगी। आज ईवन नंबर वाले वाहन चल सकेंगे। यातायात पुलिस ने आज सुबह एक व्यक्ति का चालान भी काटा।
भाजपा नेताओं ने बताया चुनावी हथकंडा : भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने विषम नंबर वाली एक एसयूवी चलाते हुए सोमवार को सम-विषम नियमों का उल्लंघन किया और इस योजना को केजरीवाल सरकार का ‘चुनावी हथकंडा’ बताया। उन्होंने सम-विषय योजना के खिलाफ इसे ‘प्रतीकात्मक विरोध’ प्रदर्शन बताया।
गोयल की कार पर लिखा था ‘प्रदूषण की जिम्मेदार केजरीवाल सरकार, ऑड-ईवन है बेकार’। साथ ही सम-विषम योजना को नौटंकी बताया गया।
राज्यसभा सदस्य गोयल सम-विषम योजना का विरोध करने के लिए सम दिन पर विषम नंबर की गाड़ी लेकर दिल्ली की सड़क पर निकल गए। इससे पहले, भाजपा उपाध्यक्ष श्याम जाजू और पार्टी के अन्य नेता भी उस एसयूवी में सवार थे, जिसे गोयल अशोक रोड पर अपने आवास से लेकर निकले थे। यातायात पुलिस कर्मियों ने जनपथ के पास उनकी गाड़ी को रोक दिया और चालान काटा।
गोयल के विरोध पर प्रतिक्रिया जताते हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा के नेताओं का काम राजनीति करना है और उनके (भाजपा नेताओं) पास कोई समाधान नहीं है।उन्होंने कहा कि अगर गोयल को दिल्ली के लोगों की इतनी ही चिंता है तो उन्हें केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर को प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए राज्यों के साथ बैठक बुलाने के लिए कहना चाहिए।
इलेक्ट्रिक वाहनों को छूट : दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने एक बयान में कहा कि शहर में पंजीकृत इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या 1000 से कम है और उनसे किसी तरह का जाम लगने की संभावना नहीं है।
गहलोत ने कहा कि लिहाजा, इन वाहनों को सम-विषम पाबंदियों से छूट देने का फैसला किया गया है। सम-विषम योजना सोमवार सुबह 8 बजे से शुरू होगी और 15 नवंबर तक चलेगी।