नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के पहले पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने 'अजेय भाजपा' का मंत्र देते हुए 2019 में पहले से अधिक बहुमत से सत्ता में आने का संकल्प कराया।
बैठक में लोकसभा एवं कुछ राज्यों में विधानसभा चुनावों की रणनीति, संगठनात्मक स्थिति की समीक्षा, पार्टी के विस्तार, सरकार की विकास एवं जनकल्याण की योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति पर विचार किया गया। डॉ. अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय संस्थान में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने की, जबकि संगठन महासचिव रामलाल ने संचालन किया।
बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, महासचिव, संगठन से जुड़े पदाधिकारी, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश संगठन महामंत्री आदि हिस्सा ले रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, इस मौके पर शाह ने देशभर से आए पार्टी पदाधिकारियों को 'अजेय भाजपा' का मंत्र दिया और उनका आह्वान किया कि 2019 में पार्टी को 2014 के मुकाबले अधिक बहुमत से विजयी बनाना है।
उन्होंने संगठन को मज़बूत बनाने, सरकार की योजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाने और उसका प्रचार-प्रसार निचले स्तर तक करने तथा चुनाव की तैयारी बूथ स्तर पर करने पर जोर दिया। बैठक में दक्षिण के राज्यों में पार्टी संगठन के विस्तार, पश्चिम बंगाल में पार्टी कार्यकर्ताओं पर हो रहे राजनीतिक हमले, देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ की स्थिति तथा कुछ स्थानों पर अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निरोधक कानून को लेकर हो रहे आंदोलन पर भी अपनी राय रखी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, बैठकों में पेट्रोलियम पदार्थों में हाल में हुई मूल्यवृद्धि और रुपए की गिरती कीमत को लेकर सरकार पर विपक्षी पार्टियों के हो रहे हमलों का माकूल जवाब देने की रणनीति भी तय की जाएगी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद पहली बार होने वाली पार्टी की इस सर्वोच्च बैठक में उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर विशेष रूप से फोकस किया गया है। (वार्ता)