श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर में हिमालय की वादियों में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा में स्वनिर्मित हिम शिवलिंग अब पूरी तरह पिघल चुका है, लेकिन श्रद्धालु अभी भी गुफा के दर्शन के लिए आ रहे हैं जो उनकी आस्था और विश्वास का प्रतीक है।
यात्रा के शुरू होने पर शिवलिंग पूरे आकार का था, लेकिन अब यह पूरी तरह पिघल चुका है। फिर भी लोगों में गुफा के दर्शन करने की होड़ कम नहीं हुई है। यही वजह है कि गत 28 जून से शुरू हुई 60 दिवसीय इस यात्रा में अब तक पौने तीन लाख से अधिक लोग शामिल हो चुके हैं।
जम्मू आधार शिविर भगवती नगर में रुके लगभग 300 तीर्थयात्रियों ने गुरुवार सुबह बालटाल और नुनवान पहलगाम आधार शिविरों के लिए यात्रा शुरू की। तीर्थयात्रियों की संख्या को काफी कम होता देख कई सेवा प्रदाताओं ने आधार शिविर छोड़ दिए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पहले महीने में श्रद्धालुओं की संख्या हजारों हुआ करती थी, वहीं अब यह सिमटकर सैकड़ों में आ गई है। इस वार्षिक यात्रा का समापन 26 अगस्त को होगा जब भगवान शिव की चांदी की छड़ी 'छड़ी मुबारक' को अंतिम पूजा के लिए गुफा के भीतर ले जाया जाएगा। उसी दिन शाम में 'छड़ी मुबारक' की वापसी यात्रा भी शुरू हो जाएगी।