Seventh house in mars: कुंडली या जन्मपत्री में मंगल यदि सातवें भाव में है तो यह कुंडली मांगलिक दोष की मानी जाएगी। सातवें भाव का मंगल दांपत्य जीवन में स्थिर नहीं रहने देता है। यदि आपकी कुंडली में मंगल सातवें खाने में है तो उसका सटीक समाधान मंगलदेव ग्रह मंदिर, अमलनेर में बहुत ही अच्छे तरीके से होता है। वहां जाने से पहले आप आजमा सकते हैं ज्योतिष और लाल किताब के कुछ खास उपाय।
सातवें भाव में मंगल का स्वभाव | Satave bhav ka mangal ka fal : लाल किताब के अनुसार सातवें भाव के मंगल को शुभ नहीं माना जाता है। यदि मंगल सप्तम में हो या उस पर क्रूर दृष्टि डाल रहा हो, तो पारिवारिक व वैवाहिक जीवन सुखमय नहीं रहेगा। लेकिन यदि यहां मंगल है और जातक नेक और धर्मात्मा है तो उसकी पालना करने वाले भगवान विष्णु हैं। बेशुमार दौलत मिलेगी। इंसाफ पसंद है तो मुसीबत के वक्त सहारा मिलेगा।
सप्तम भाव में मंगल है तो क्या करें | What to do if there is Mars in the Seventh house :
1. घर में ठोस चांदी रखें।
2. साली, मौसी, बहन, बेटी और बुआ को मिठाइयां बांटें।
3. पत्नी को चांदी की चूड़ी लाल रंग करके पहनाएं।
4. हनुमान चालीसा पढ़ें।
5. शुक्र और बुद्ध का उपाय करें।
सप्तम भाव में मंगल का भविष्यफल फल | Saptam me mangal ka fal: जातक यदि नेक, पवित्र या धर्मपरायण नहीं है तो दांपत्य जीवन के सुखमय रहने की कोई गारंटी नहीं। व्यसनी है तो जीवन बर्बाद हो जाएगा। तोता या मैना पाल लिया तो बुरे दिन पीछा नहीं छोड़ेंगे। घर के पास यदि खाली कुवां है को हमेशा दु:ख बना रेगा। गाने बजाने का शौक है तो भी मंगल खराब होकर बुरे परिणाम देगा। बहन या बुआ से किसी भी प्रकार का गिफ्ट लिया है तो दांपत्य जीवन सही नहीं रहेगा। साझेदारी के व्यापार में नुकसान होता रहेगा। पत्नी से झूठ बोला तो पारिवारिक सुख नष्ट होगा। किसी के खिलाफ झूठी गवाही दी है तो फिर कष्ट झेलना पड़ेगा। सभी के निराकरण के लिए अमलनेर में स्थित मंगलदेव के मंदिर में मंगलदेव और हनुमानजी की कृपा प्राप्त करना होगी। सप्तम में मंगल है तो इस मंगल की शांति कराना जरूरी है।