मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आज के दिन को ऐतिहासिक बनाते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्रायल रन के लिए मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुए स्वयं इसकी सवारी की। इस दौरान उनके साथ चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, भोपाल के विधायक रामेश्वर शर्मा, कृष्णा गौर, विष्णु खत्री और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी आलोक शर्मा और ध्रुव नारायण सिंह भी उपस्थित रहे।
चौहान ने मेट्रो को हरी झंडी दिखाने के पूर्व विधिवत पूजा-अर्चना की। इसके बाद वे एस्केलेटर से ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर पहुंचे और ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
चौहान और सभी विधायक ट्रेन में सवार हुए। ट्रेन ने सुभाष नगर रेलवे स्टेशन से रानी कमलापति स्टेशन तक का सफर तय किया।
इस दौरान चौहान ने मेट्रो परियोजना के अधिकारियों से तमाम बारीकियों की भी जानकारी ली।
सफर के बाद चौहान ने सभी को इस नए कदम के लिए बधाई देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश बदल रहा है। भोपाल ने तांगे से अपने सफर की शुरुआत की थी और आज ये सफर मेट्रो ट्रेन तक आ पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि जब ये परियोजना शुरू की गई थी तो लोग कहते थे कि ये नहीं हो सकता था, पर मेट्रो चलाना सरकार का संकल्प और सपना था। ये परिवहन के क्षेत्र में क्रांति है। मेट्रो का सफर सुगम, सुरक्षित, सस्ता, सुलभ और सुविधापूर्ण है। एक ऐसा सफर जो भोपाल के विकास को नई दिशा और गति देगा।
चौहान ने मेट्रो परियोजना के सफर के संदर्भ में कहा कि परियोजना के दौरान कुछ चीजें असंभव सी थीं, लेकिन उन्हें सुनियोजित तरीके से संभव बनाया गया। ये छह हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की परियोजना थी।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अभी प्रस्तावित 31 किलोमीटर को पूरा किया जाएगा, जिसके बाद इसके साथ मंडीदीप, सीहोर और बाद में और विदिशा, रायसेन जैसे शहरों को भी मेट्रो से जोड़ेंगे। उन्होंने हल्के फुल्के अंदाज में कहा कि ऐसा लग रहा था कि मेट्रो रुके ही नहीं, चलती ही जाए।