भोपाल। इंदौर में बारिश के समय नगर निगम के जर्जर मकानों को गिराए जाने के विवाद में अब सियासत की एंट्री हो गई है। पिछले दिनों अपनी विधानसभा क्षेत्र में जर्जर मकान गिराने के लिए पहुंचे निगम अमले की पिटाई करने वाले भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने शहर में जर्जर मकानों को गिराने की कार्रवाई को घोटाला बताते हुए पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा है।
पत्र में आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम पर गंभीर आरोप लगाते हुए जर्जर मकानों की पहचान करने और उनको गिराने की पूरी कार्रवाई को पक्षपातपूर्ण ठहराया है। भाजपा विधायक का आरोप है कि जर्जर भवनों की जो सूची तैयार की जा रही है, उसमें गरीब व बेसहारा लोगों के भवनों को जान-बूझकर जर्जर घोषित कर कुछ विशेष लोगों को फायदा पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
इसके साथ आकाश विजयवर्गीय ने निगम पर निरकुंश होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस कार्रवाई से सैकड़ों लोग बेघर होकर सड़क पर आ गए। भाजपा विधायक आकाश ने मंगलवार को निगम के विवादित भवन को गिराए जाने की प्रस्तावित कार्रवाई का फिर विरोध करने के भी संकेत दिए हैं।
मंत्री सज्जनसिंह वर्मा को दिया चैलेंज : निगम के जर्जर मकानों को गिराने की मुहिम को 'घोटाला' बताने के साथ ही भाजपा विधायक ने सूबे के लोक निर्माण मंत्री सज्जनसिंह वर्मा के चैलेंज देते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाया है। भाजपा विधायक ने एक वीडियो जारी कर सज्जनसिंह वर्मा पर आरोप लगाया है कि उनके भाई और रिश्तेदारों ने निगम कमिशनर आशीष सिंह के साथ सांठगांठ करके कई मकानों को जर्जर बताकर उसे तुड़वा दिया।
आकाश ने वीडियो के जरिए मंत्री सज्जनसिंह वर्मा को चैलेंज देते हुए कहा है कि अगर उनमें दम है तो पूरे मामले की सीबीआई जांच के लिए वे केंद्र सरकार से सिफारिश करें। आकाश विजयवर्गीय की तरफ से जारी वीडियो में कहा गया है कि उन्होंने मुख्यमंत्री को सीबीआई जांच के लिए पत्र लिखा है और अगर हिम्मत है तो पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए।
इतना ही नहीं, आकाश ने चैलेंज देते हुए कहा है कि अगर सज्जनसिंह वर्मा बेगुनाह साबित हो जाते हैं, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा और सज्जनसिंह वर्मा जिस प्रोफेशन में कहेंगे, वही काम करुंगा। आकाश विजयवर्गीय ने इस मामले में सज्जनसिंह वर्मा के खिलाफ पुख्ता सबूत होने का भी दावा किया है, जो वे सीबीआई को देंगे।
क्या है पूरा मामला? : इससे पहले इंदौर में नगर निगम के जर्जर बिल्डिंग गिराए जाने और निगम अफसर की बल्ले से पिटाई के बाद भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ सरकार में लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा पर इंदौर में इमारतों पर कब्जा करने का आरोप लगाया था।
इसका पलटवार करते हुए सज्जनसिंह वर्मा ने पूरे मामले से अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा था कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है और उन्होंने आकाश और उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय को सर्वशक्तिमान बताते हुए पूरे मामले की सीबीआई जांच करने की बात कही थी। इतना ही नहीं, सज्जनसिंह वर्मा ने कहा था कि अगर आरोप साबित हुए तो वे राजनीति छोड़ देंगे और अगर गलत हुए तो पिता-पुत्र राजनीति छोड़ दें।