इंदौर। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उनके विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय के द्वारा निगम अधिकारी की बल्ले से पिटाई किए जाने के मामलों पर बचाव करते हुए कहा कि इसमें निगम अधिकारी और आकाश दोनों पक्ष कच्चे खिलाड़ी हैं।
विजयवर्गीय ने अपने गृह नगर में कहा कि अधिकारियों को इतना अहंकारी नहीं होना चाहिए। उन्हें जनप्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मामले में भिड़े दोनों पक्ष इस बात को समझें जिससे कि दोबारा ऐसी घटना न हो।
उन्होंने कहा कि यह मामला कोई बड़ा मुद्दा नहीं है था तथा इसे बड़ा बना दिया गया। मैं स्वयं नगर निगम का पार्षद, मेयर और विभागीय मंत्री रहा हुं। हम बारिश के दौरान किसी आवासीय मकान को तोड़ने की कार्रवाई नहीं करते।
उन्होंने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय भवन तोड़े जाने के आदेशों के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा मुझे नहीं पता कि राज्य सरकार ने ऐसे कोई आदेश दिए थे। अगर ऐसा हुआ है तो यह उनकी ओर से गलती है। जब किसी भवन को ध्वस्त करते है तब वहां रहने वालों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाती है।
इसके पहले आकाश के खिलाफ 26 जून को पुलिस ने निगम अधिकारियों के साथ मारपीट और जर्जर मकान तोड़ने की कार्रवाई को रोकने के आरोप में प्रकरण दर्ज किया था। भोपाल की विशेष अदालत के आदेश पर आकाश को रविवार को जिला जेल इंदौर से रिहा किया गया है।