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आखिरी पलों में साथ रही नर्स ने बताया, भयानक थे लता मंगेशकर के आखिरी दो दिन

हमें फॉलो करें आखिरी पलों में साथ रही नर्स ने बताया, भयानक थे लता मंगेशकर के आखिरी दो दिन

DW

, मंगलवार, 8 फ़रवरी 2022 (07:43 IST)
गायिका लता मंगेशकर के अंतिम दो दिन बेहद तकलीफदेह थे और उन्हें बचाने की डॉक्टरों ने भरसक कोशिशें की थीं। उनकी नर्स ने उनके अंतिम पलों के बारे में मीडिया से बातचीत की।
 
आखिरी पलों में लता मंगेशकर की देखभाल करने वाली नर्स सारिका देवानंद भीसे ने भारतीय समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि रविवार को अंतिम सांस लेने से पहले के उनके आखिरी दो दिन बेहद तकलीफदेह रहे।
 
लता मंगेशकर ने 92 साल की उम्र में रविवार को दुनिया का विदा कहा। वह पिछले कई हफ्तों से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं। उनकी नर्स भीसे ने बताया, "जब लता दीदी ने आखिरी सांस ली, तब मैं उनके साथ थी।”
 
विवार शाम जब शिवाजी पार्क में लंता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ ने उनकी चिता को अग्नि दी, हजारों आंखें भीग गईं जिनमें उनकी नर्स सारिका देवानंद भीसे भी शामिल थीं। 2015 से लता मंगेशकर के साथ काम कर रहीं भीसे ने कहा, "दीदी ने हमेशा खुद से पहले हमारे बारे में सोचा। हम उनसे बहुत प्यार करते थे और उन्हें बहुत याद कर रहे हैं।”
 
भीसे के मुताबिक आखिरी दिनों में भी लता मंगेशकर प्रतिक्रियाएं दे रही थीं। उन्होंने कहा, "जब वह वेंटिलेटर पर थीं, तब भी हमें पहचान रही थीं। जब हमने मजाक किया तो वह जवाब दे रही थीं। लेकिन आखिरी दो-तीन दिन वह बहुत चुप हो गई थीं।”
 
भयानक थे दो दिन
भीसे कहती हैं कि लता मंगेशकर के आखिरी दो दिन ‘भयानक' थे। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की। भीसे ने कहा, "कोविड-19 और न्यूमोनिया के कारण उनके फेफड़ों में समस्या थी। वह उससे उबर गई थीं लेकिन उन्हें फिर से वायरल इंफेक्शन हो गया और फेफड़ों पर न्यूमोनिया के पैच फिर उभर आए। उनकी ऑक्सीजन सैचुरेशन कम हो गई और फिर से उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा।”
 
मंगेशकर 29 दिन तक अस्पताल में रहीं और इस दौरान सारिका भीसे लगातार उनके साथ थीं। आखिरी पलों में जब डॉक्टर उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे थे तब परिजन कमरे के बाहर थे लेकिन भीसे और एक अन्य स्टाफ नर्स अश्विनी कमरे में उनके साथ थीं।
 
भीसे ने कहा, "शनिवार को उनका पेशाब बंद हो गया था जिस कारण उनकी किडनियों पर असर पड़ा। हम दो बार उन्हें डायलिसिस के लिए ले गए लेकिन वह कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही थीं। सुबह 8।12 उन्होंने अंतिम सांस ली।”
 
दुनियाभर से श्रद्धांजलि
इससे पहले जब उनका वेंटिलेटर हटा लिया गया था तो भीसे और अन्य नर्स लता मंगेशकर को व्हीलचेयर पर पूरे अस्पताल में घुमाती रहीं। वह बताती हैं, "तब हमें लगा कि हम जीत गए हैं और हम जल्दी ही उन्हें घर ले जाएंगे। लेकिन उसके बाद जल्दी ही उनकी हालत फिर बहुत खराब हो गई।”
 
रविवार शाम को लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार किया गया। उससे पहले फिल्म जगत और अन्य क्षेत्रों की कई जानी-मानी हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इनमें अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान और सचिन तेंडुलकर शामिल थे।
 
सचिन तेंडुलकर ने ट्विटर पर कहा, "मैं अपने आपको खुशकिस्मत समझता हूं कि मैं लता दीदी की जिंदगी का हिस्सा रहा। उन्होंने हमेशा मुझे प्यार और आशीर्वाद दिया। मुझे ऐसा लग रहा है कि उनके साथ मेरा एक हिस्सा भी गुजर गया है। अपने संगीत के जरिए वह हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगी।”
 
दुनियाभर के कई लोगों ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने 36 भाषाओं में 30 हजार से भी ज्यादा गाने गाए थे।
 
रिपोर्टः विवेक कुमार (एएफपी)

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