जब विराट कोहली भारतीय टीम में शामिल हुए थे तो युवराज सिंह उनसे कहीं ज्यादा सीनियर थे। दोनों ने इसके बाद कई समय तक क्रिकेट खेला। एक दौर ऐसा भी आया जब युवराज सिंह को विराट कोहली की कप्तानी में खेलना पड़ा।
इसके अलावा युवराज सिंह ने कुछ मैच विराट की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए भी खेले हैं। युवराज सिंह ने एक गोल्डन बूट विराट कोहली को डेडिकेट करते हुए कहा कि वह अपने समर्पण और मेहनत के जरिए आनी वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहें और भारतीय टीम को कई मैच जिताएं।
वनडे विश्वकप 2011 के मैन ऑफ द सीरीज रहे युवराज सिंह ने कोहली को लिखे एक पत्र में कहा, "विराट, मैंने आपको एक क्रिकेटर और एक व्यक्ति के रूप में विकसित होते देखा है। नेट्स में उस युवा लड़के, जो भारतीय क्रिकेट के दिग्गजों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलता था। अब आप खुद एक लीजेंड हैं, जिसने नई पीढ़ी का नेतृत्व किया।''
युवराज ने कोहली के समर्पण और अनुशासन के लिए उनकी सराहना की और कहा कि वह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा के रूप में उभरे हैं।
2011 विश्व कप विजेता स्टार उन्होंने कहा, "नेट में आपका अनुशासन, मैदान पर जुनून और खेल के प्रति समर्पण इस देश के हर बच्चे को बल्ला उठाने और एक दिन नीली जर्सी पहनने का सपना देखने के लिए प्रेरित करता है।आपने हर साल अपने क्रिकेट के स्तर को ऊंचा किया है और इस अद्भुत खेल में पहले ही बहुत कुछ हासिल कर लिया है। आप एक महान कप्तान और एक शानदार लीडर रहे हैं।"
टी20 इंटरनेशनल में सबसे तेज का अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड रखने वाले युवराज ने कोहली के साथ बिताए वक्त को बयां किया। स्पोर्ट्स ब्रांड प्यूमा के साथ घनिष्ठ संबंध रखने वाले युवराज ने भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक कोहली को प्यूमा के गोल्डन बूट्स उपहार में दिए। युवराज ने कहा, "देश को गौरवान्वित करते रहो।"