बीसीसीआई ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर श्रीसंत को बड़ी राहत देते हुए मंगलवार को उन पर लगा आजीवन प्रतिबंध घटाकर 7 साल का कर दिया। इस तरह अब 13 सितंबर 2020 को उन पर लगा बैन खत्म हो जाएगा और वह क्रिकेट की दुनिया में वापसी कर सकेंगे।
BCCI लोकपाल डीके जैन ने अपने फैसले में कहा कि श्रीसंत पर लगे प्रतिबंध को घटाकर सात साल कर दिया है और वह अगले साल खेल सकेगा।
जैन ने कहा कि अब श्रीसंत 35 पार का हो चुका है। बतौर क्रिकेटर उसका सर्वश्रेष्ठ दौर बीत चुका है। मेरा मानना है कि किसी भी तरह के व्यावसायिक क्रिकेट या बीसीसीआई या उसके सदस्य संघ से जुड़ने पर श्रीसंत पर लगा प्रतिबंध 13 सितंबर 2013 से सात बरस का करना न्यायोचित होगा।
गौरतलब है कि बीसीसीआई ने अगस्त 2013 में आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में श्रीसंत पर प्रतिबंध लगाया था। उनके अलावा राजस्थान रॉयल्स के अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण पर भी प्रतिबंध लगाया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस साल 15 मार्च को बीसीसीआई की अनुशासन समिति का फैसला बदल दिया था।
बीसीसीआई ने 28 फरवरी को न्यायालय में कहा था कि श्रीसंत पर लगा आजीवन प्रतिबंध सही है क्योंकि उसने मैच के परिणाम को प्रभावित करने की कोशिश की थी। वहीं श्रीसंत के वकील ने कहा कि आईपीएल मैच के दौरान कोई स्पाट फिक्सिंग नहीं हुई और श्रीसंत पर लगाए गए आरोपों के पक्ष में कोई सबूत भी नहीं मिले।