नागपुर:भारत और ऑस्ट्रेलिया ने मोहाली में कुल 400 से अधिक रन बनाए थे, लेकिन विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन की पिच धीमी दिखती है।
बुमराह की अगुवाई में भारतीय आक्रमण इसका इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करना चाहेगा। कप्तान रोहित शर्मा और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में भारतीय थिंक टैंक रविचंद्रन अश्विन को गेंदबाजों के अनुकूल ट्रैक पर आजमा सकता है। हर्षल पटेल शुक्रवार की भिड़ंत में विशेष योगदान दे सकते हैं।
भारतीय टीम तीन मैचों की शृंखला में 0-1 से पिछड़ने के बाद शुक्रवार को दूसरे टी20 में जसप्रीत बुमराह की वापसी से डेथ ओवरों में अपनी गेंदबाजी सुधारना चाहेगी।
नागपुर की पिच मध्यमगति के गेंदबाजों को मदद कर सकती है लेकिन उसके लिए भारत को भाग्य का सहारा भी चाहिए।टीम चाहेगी की रोहित शर्मा टॉस जीतकर गेंदबाजी करें।ओस एक बड़ा कारक बन सकता है। सितंबर का महीना खत्म होने को है और मौसम में ठंड और नमी है। ऐसे में दूसरी बल्लेबाजी करने वाली टीम के पास फायदा ही फायदा रहेगा।
गेंदबाजी है सबसे कमजोर कड़ी
भारत पहले मैच में 209 रन के विशाल लक्ष्य की रक्षा नहीं कर सका और उसे चार विकेट से हार मिलीऑस्ट्रेलिया से पहले पाकिस्तान और श्रीलंका भी भुवनेश्वर कुमार के 19वें ओवर में जमकर रन बटोर चुके हैं, जो भारत के लिये चिंता का विषय है।
गेंदबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण दूसरे मैच में बुमराह के खेलने की उम्मीदें ज्यादा हैं, हालांकि उनके स्वास्थ्य पर अब भी संशय है। बुमराह पीठ की चोट के कारण इंग्लैंड दौरे के खत्म होने के बाद से ही खेल से बाहर है।
लगातार महंगे साबित हो रहे युजवेंद्र चहल की गेंदबाजी पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं, मानो उन्होंने बल्लेबाजों को परेशान करने की अपनी क्षमता खो दी हो। चोटग्रस्त रवींद्र जडेजा की जगह टीम में आये अक्षर पटेल ने हालांकि मोहाली में 17 रन के बदले तीन विकेट झटककर सीधे तौर पर अपनी काबिलियत साबित कर दी है।
रोहित विराट भी लौटना चाहेंगे फॉर्म में
बल्लेबाजी में रोहित और विराट कोहली पिछले मैच में की गयी गलतियों को ठीक करना चाहेंगे। के एल राहुल, सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पांड्या अपनी विस्फोटक फॉर्म को जारी रखने का प्रयास करेंगे।
विश्व कप के करीब आने के साथ टीम प्रबंधन दिनेश कार्तिक या ऋषभ पंत को परख सकता है। कार्तिक को फिनिशर की भूमिका निभाने के लिये कई मौके नहीं मिले हैं, और अगर शुक्रवार को उन्हें मौका मिलता है तो वह अपना लोहा मनवाना चाहेंगे।
सिर्फ भारतीय ही नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी की स्थिति भी चिंताजनक रही है। नेथन एलिस के अलावा सभी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने सात से अधिक की इकॉनॉमी रेट से रन लुटाये। कैमरन ग्रीन और पैट कमिंस ने मोहाली में अंतिम पांच ओवरों में 67 रन दिए।
बल्लेबाजी में हालांकि ऑस्ट्रेलिया डेविड वॉर्नर, मिचेल मार्श और मार्क्स स्टॉयनिस की अनुपस्थिति में भी बेहद मजबूत दिखी।
ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन ने अपने दूसरे टी20 में ही वॉर्नर की कमी को पूरा किया और ओपनिंग करते हुए विस्फोटक अर्द्धशतक जड़ा। मैथ्यू वेड ने अंत में ऑस्ट्रेलिया की पारी को संभाला और 21 गेंदों में नाबाद 45 रन की मैज जिताऊ पारी खेली। अनुभवी आरोन फिंच और ग्लेन मैक्सवेल की मौजूदगी ऑस्ट्रेलिया को और भी खतरनाक बना देती है।