नई दिल्ली:युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शाॅ की नाबाद 185 रन की तूफानी पारी से मुंबई ने सौराष्ट्र को मंगलवार को एकतरफा अंदाज में पालम मैदान में नौ विकेट से पीट कर विजय हजारे ट्रॉफी एकदिवसीय टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया।
सौराष्ट्र ने समर्थ व्यास के नाबाद 90 रन की बेहतरीन पारी से 50 ओवर में पांच विकेट पर 284 रन का मजबूत स्कोर बनाया, लेकिन पृथ्वी के जबरदस्त प्रदर्शन ने इस स्कोर को बौना साबित कर दिया। मुंबई ने 41.5 ओवर में एक विकेट पर 285 रन बना कर सेमीफाइनल का टिकट कटा लिया। पृथ्वी ने मात्र 123 गेंदों पर 21 चौकों और सात छक्कों की मदद से नाबाद 185 रन की जबरदस्त पारी खेली। पृथ्वी को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
पृथ्वी ने यशस्वी जायसवाल के साथ पहले विकेट के लिए 34.5 ओवर में 238 रन की बड़ी साझेदारी कर मुंबई की जीत का आधार रख दिया। उन्होंने फिर आदित्य तारे के साथ मिलकर मुंबई को जीत की मंजिल पर पहुंचा दिया। जायसवाल ने 104 गेंदों पर 10 चौकों और एक छक्के की मदद से 75 रन बनाए, जबकि तारे 24 गेंदों में दो चौकों के सहारे 20 रन बना कर नाबाद रहे।
सौराष्ट्र का कोई भी गेंदबाज पृथ्वी पर असर नहीं छोड़ पाया। मुंबई की पारी का गिरा एकमात्र विकेट कप्तान जयदेव उनादकट के हिस्से में गया। उनादकट ने आठ ओवर में 52 रन देकर जायसवाल का विकेट लिया।
इससे पहले सौराष्ट्र की पारी में समर्थ व्यास ने नाबाद 90 और चिराग जानी ने नाबाद 53 रन बनाए। व्यास ने 71 गेंदों में सात चौके और चार छक्के लगाए, जबकि जानी ने 38 गेंदों में पांच चौके और एक छक्का लगाया। विश्वराज जडेजा ने 69 गेंदों में चार चौकों और एक छक्के की मदद से 53, स्नेल पटेल 43 गेंदों में 30 और ए बरोट ने 49 गेंदों में 37 रन बनाए। मुंबई की तरफ से शम्स मुलानी ने 51 रन पर दो विकेट लिए।
पृथ्वी शॉ ने की यह पारी किसी भी बल्लेबाज की लिस्ट ए मैच में स्कोर का पीछा करते हुए सबसे बड़ी पारी है। यही नहीं यह पारी खेलकर महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के रनों का पीछा करते हुए सर्वाधिक स्कोर (183) रनों के रिकॉर्ड को भी उन्होंने तोड़ दिया। धोनी ने यह पारी साल 2005 में श्रीलंका के विरुद्ध खेली थी और विराट ने एशिया कप में पाकिस्तान के विरुद्ध साल 2012 में यह पारी खेली थी।
पृथ्वी ने यह पारी खेलकर अपने आलोचकों को जवाब दिया है। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया में हुए पहले टेस्ट के बाद पृथ्वी शॉ को खराब प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर कर दिया था। एडिलेड में खेले गए इस टेस्ट में पृथ्वी दोनों पारियों में सस्ते में बोल्ड हो गए थे। इसके बाद सोशल मीडिया पर भी उनकी खासी ट्रोलिंग हुई थी।
इस ही टूर्नामेंट में बनाया था विजय हजारे का सर्वाधिक स्कोर
कुछ दिनों पहले ही पृथ्वी शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी 2021 में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था। शॉ ने पुंडूचेरी के खिलाफ 152 गेंद में नाबाद 227 रनों की पारी खेली थी।भारत के लिये पांच टेस्ट और पांच वनडे खेल चुके शॉ ने संजू सैमसन का रिकॉर्ड तोड़ा था जिन्होंने 2019 में गोवा के खिलाफ नाबाद 212 रन बनाये थे।
(वार्ता)