कराची: न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम 18 साल के लंबे अंतराल के बाद सीमित ओवरों की द्विपक्षीय श्रृंखला के लिए पाकिस्तान के दौरे पर आयी थी। लेकिन मैच के कुछ घंटे पहले ही यह सीरीज रद्द कर दी गई और न्यूजीलैंड की पूरी टीम ने वापस स्वदेश की फ्लाइट पकड़ने का मन बना लिया।
ये सभी मुकाबले रावलपिंडी और लाहौर में खेले जाने थे। साल 2009 में श्रीलंका पर हुए हमले के बाद कोई भी टीम पाकिस्तान में आकर क्रिकेट खेलने से हिचकती है। अब न्यूजीलैंड ने भी सीरीज शुरु होने से ठीक पहले सुरक्षा कारणों का हवाला देकर यह सीरीज रद्द करना बेहतर समझा।
स्टेडियम में था खतरा
न्यूजीलैंड क्रिकेट ने अपने देश की सरकार से सुरक्षा खतरे को लेकर मिली खुफिया जानकारी के बाद रावलपिंडी में आज वनडे सीरीज के पहले मैच का खेल शुरू होने से कुछ मिनट पहले दौरे को रद्द कर दिया। न्यूजीलैंड क्रिकेट ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुण् कहा, “ न्यूजीलैंड सरकार की पाकिस्तान में सुरक्षा खतरे की बढ़ी आशंका और धरातल पर मौजूद न्यूजीलैंड क्रिकेट सुरक्षा सलाहकारों की सलाह के बाद यह निर्णय लिया गया है कि न्यूजीलैंड टीम का यह दौरा आगे नहीं बढ़ेगा। अब टीम के प्रस्थान की व्यवस्था की जा रही है। ”
उल्लेखनीय है कि इससे पहले सुरक्षा के मद्देनजर टी-20 सीरीज को रावलपिंडी से लाहौर स्थानांतरित किया गया था, लेकिन अब सुरक्षा कारणों के चलते पूरे दौरे को ही रद्द कर दिया गया है। इस पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कहा कि अन्य टूरिंग टीमों की तरह न्यूजीलैंड के लिए भी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और यहां तक कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने न्यूजीलैंड में अपने समकक्ष से बात की थी।
पीसीबी की दरख्वास्त नहीं माना न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड क्रिकेट प्लेयर्स एसोसिएशन के चीफ़ व्हाइट ने कहा, "हम इस फ़ैसले का पूरी तरह से समर्थन करते हैं, खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे पहले है और वे सभी सुरक्षित हैं।"
इससे पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की ओर से ये कहा गया था न्यूज़ीलैंड क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने उन्हें सुरक्षा को लेकर चिंता ज़ाहिर की थी, जिसके बाद पीसीबी की पाकिस्तान सरकार से बात भी हुई थी और पाकिस्तान सरकार ने आश्वस्त किया था कि सुरक्षा में किसी तरह की कोताही नहीं होगी।
दोनों देशों के प्रधानमंत्री के बीच इस मुद्दे पर बातचीत भी हुई थी। पीसीबी ने सीरीज़ को जारी रखने के लिए न्यूज़ीलैंड से गुज़ारिश भी की लेकिन उनकी बातों को न्यूज़ीलैंड क्रिकेट ने नहीं माना।
पीसीबी ने एक बयान में कहा, “ न्यूजीलैंड टीम के साथ मौजूद सुरक्षा अधिकारी पाकिस्तान सरकार द्वारा यहां टीम के ठहरने के दौरान किए गए सुरक्षा इंतजामों से संतुष्ट हैं। पीसीबी निर्धारित मैचों को जारी रखने को तैयार है। पाकिस्तान और दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमी आखिरी मिनट में दौरा रद्द करने के इस फैसले से निराश होंगे। ”
न्यूजीलैंड क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी डेविड व्हाइट ने कहा कि उन्हें जो सलाह मिल रही थी, उसके मद्देनजर दौरे को जारी रखना संभव नहीं था। उन्होंने कहा, “ मैं समझता हूं कि यह पीसीबी के लिए एक झटका होगा, जो शानदार मेजबान रहा है, लेकिन खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और हमारा मानना है कि यही एकमात्र जिम्मेदार विकल्प है। ”
न्यूजीलैंड क्रिकेट प्लेयर्स एसोसिएशन के मुख्य कार्यकारी हीथ मिल्स ने डेविड व्हाइट के कथन को सही बताया है। उन्होंने एक बयान में कहा, “ हम इस प्रक्रिया को अच्छे से समझते हैं और दौरे को रद्द करने के फैसले का पूरा समर्थन करते हैं। खिलाड़ी अच्छे हाथों में हैं, इसलिए वे सुरक्षित हैं। हर कोई अपना सर्वोत्तम हित निभा रहा है। ”
सुरक्षा पर था पूरा ध्यान, सज रहे थे स्टेडियम
इससे पहले खिलाड़ियों को इस्लामाबाद हवाई अड्डे पर उतरने के बाद भारी सुरक्षा के बीच उनके होटल पहुंचाया गया था ।पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों और अधिकारियों के लिए उनके होटल में बायो बबल (जैव सुरक्षित माहौल) की व्यवस्था की थी।
न्यूजीलैंड ने इससे पहले 2003 में सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिए पाकिस्तान का दौरा किया था। टीम इसके बाद सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान नहीं आयी थी।
टॉम लैथम के नेतृत्व में न्यूजीलैंड की टीम में अपने नियमित कप्तान, केन विलियमसन और कुछ अन्य प्रमुख खिलाड़ियों के बिना पाकिस्तान पहुंची थी। इसमें से कुछ खिलाड़ी आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) में भाग ले रहे है तो कुछ विश्राम पर है।
नियमित कोच गैरी स्टीड भी मेहमान टीम के साथ नहीं आए थे जो रावलपिंडी में तीन वनडे और लाहौर में पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने आयी थी।
न्यूजीलैंड की टीम 2022-23 सत्र में दो टेस्ट और तीन एकदिवसीय मैच खेलने के लिए फिर से पाकिस्तान के दौरे पर आना था लेकिन क्या अब पीसीबी न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड पर भरोसा जताएगा यह बड़ा सवाल है।