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मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
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यदि मंगल खराब है, तो आजमाएं लाल किताब के ये अचूक उपाय

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अनिरुद्ध जोशी

मेष व वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल मकर में उच्च का और कर्क में नीच का माना गया है। सूर्य और बुध मिलकर मंगल नेक बन जाते हैं, सूर्य और शनि मिलकर मंगल बद बन जाते हैं। गुरु मित्र के साथ बलवान बन जाते हैं। राशि प्रथम भाव है और बुध और केतु शत्रु। शुक्र, शनि और राहु सम। मंगल के साथ शनि अर्थात राहू। लाल किताब में शत्रु और मित्र कुंडली की स्थिति के अनुसार होते हैं। लाल किताब के अनुसार यहां प्रस्तुत हैं मंगल को शुभ करने के खाने अनुसार उपाय।

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मंगल के अशुभ होने की निशानी
* लाल किताब में अशुभ अर्थात बद मंगल को वीरभद्र की संज्ञा दी गई है।
* ज्यादा अशुभ हो तो बड़े भाई के नहीं होने की संभावना प्रबल।
* भाई हो तो उनसे दुश्मनी होती है।
* बच्चे पैदा करने में अड़चनें आती हैं या पैदा होते ही उनकी मौत हो जाती है।
* एक आंख से दिखना बंद हो सकता है।
* शरीर के जोड़ काम नहीं करते हैं।
* रक्त की कमी या अशुद्धि हो जाती है।
* चौथे और 8वें भाव में मंगल अशुभ माना गया है।
* किसी भी भाव में मंगल अकेला हो तो पिंजरे में बंद शेर की तरह है।
* स्वभाव से जिद्दी एवं उग्र हो सकता है।
* सूर्य और शनि मिलकर मंगल बद बन जाते हैं।
* मंगल के साथ केतु हो तो अशुभ हो जाता है।
* मंगल के साथ बुध के होने से भी अच्छा फल नहीं मिलता।

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खाने के अनुसार मंगल के सामान्य उपाय
मंगल खाना नंबर 1
* इस खाने में मंगल मंदा हो तो ससुराल से कुत्ता नहीं लेना चाहिए।
* शरीर पर सोना धारण करना चाहिए।
* मुफ्त में दान ग्रहण नहीं करना चाहिए।
* हाथीदांत की बनीं वस्तुएं घर में या अपने पास न रखें। 

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मंगल खाना नंबर 2
* भाइयों का सदा आदर करना चाहिए।

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मंगल खाना नंबर 3
* अपनी वाणी पर संयम रखें।
* सभी से विनम्रता और प्यार से बातचीत करें।

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मंगल खाना नंबर 4
* वटवृक्ष की जड़ में मीठा दूध चढ़ाएं।
* अपने पास सदैव चांदी रखें।
* अंधजनों या जिनकी एक आंख हो, उनसे दूरी बनाए रखें।
* चिड़ियों को दाना डालते रहें।
* शहद, शकर और चीनी का व्यापार कदापि न करें।
* बंदरों, साधुओं और अपनी मां की सेवा करें।
* बंदरों को गुड़ और चना खिलाएं।
* अष्टमस्थ मंगल के भी यही उपाय हैं।

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मंगल खाना नंबर 5
* रात को सिरहाने पानी रखकर सोएं और सुबह इस जल को पेड़ में डाल दें।
* पिता के नाम पर दूध का दान करें।
* पराई स्त्री से संबंध बनाने से बचें।

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मंगल खाना नंबर 6
* जल, चांदी और तेल का दान दें।
* शनि को शांत करने के उपाय करें।
* पुत्र को कभी सोना न पहनाएं। 

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मंगल खाना नंबर 7
* घर में ठोस चांदी रखें।
* तोता-मैना या कोई अन्य पक्षी न पालें।
* जब भी बहन घर आए, उसे मिठाई दें।
* साली, मौसी, बहन, बेटी और बुआ को मिठाइयां बांटें।
* झूठ और झूठी गवाही से बचें।
* पत्नी को चांदी की चूड़ी लाल रंग करके पहनाएं।

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मंगल खाना नंबर 8
* विधवा स्त्रियों की सेवा करें।
* गले में चांदी की चेन पहनें।
* तंदूरी मीठी रोटी कुत्ते को 40 या 45 दिन तक खिलाएं।

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मंगल खाना नंबर 9
* भाभी की मां समान सेवा करें और बड़े भाई के साथ रहें।
* दूध, गुड़ और चावल का मंदिर में दान करें।

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मंगल खाना नंबर 10
* जमीन-जायदाद और सोना-चांदी कभी न बेचें।
* संतानहीन लोगों की मदद करें।
* ध्यान दें कि दूध कभी उबलकर न गिरे।

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मंगल खाना नंबर 11
* पैतृक संपत्ति कभी न बेचें।
* पहली संतान के जन्म पर कुत्ता पालें।
* घर में शहद रखें।

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मंगल खाना नंबर 12
* दिन की शुरुआत शहद के साथ करें।
* मीठा खाएं और दूसरों को भी खिलाएं।
* अतिथि सत्कार में पानी की जगह शरबत या दूध पिलाएं।

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