तेहरान। इराक में अमेरिकी हवाई हमलों में ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद दुनियाभर में हलचल तेज हो गई है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खुमैनी ने शुक्रवार को अमेरिकी हवाई हमले में सेना प्रमुख क़ासिम सुलेमानी की मौत के बाद उनकी बेटी से मुलाकात की।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। इसमें ईरान के राष्ट्रपति से कासिम सुलेमानी की बेटी यह पूछ रही है कि उनके पिता का बदला कौन लेगा तो ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने क़ासिम सुलेमानी की बेटी से कहा कि अमेरिका में हवाई हमले में मारे जाने के बाद उनके पिता की मृत्यु के लिए हर कोई बदला लेगा।
हम तनाव बढ़ाने के पक्ष में नहीं : ईरान ने कहा है कि अमेरिकी हवाई हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर के कुद्स बल के कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद वह ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहता है, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़े।
ईरान के विदेश मंत्री जावेद जाफरी ने शनिवार को कतर के विदेश मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान बिन जासिम अल थानी के साथ मुलाकात के दौरान यह बात कही।
जाफरी ने कहा कि ईरान क्षेत्र में किसी तरह का तनाव नहीं चाहता है लेकिन विदेशी और अतिरिक्त क्षेत्रीय बलों की उपस्थिति और हस्तक्षेप से हमारे संवेदनशील क्षेत्र में अस्थिरता तथा असुरक्षा की स्थिति निर्मित हो गई है और तनाव बढ़ गया है।
जाफरी ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से भी फोन पर बात की और हाल के घटनाक्रम के बारे में चर्चा की। जाफरी और चीन के विदेश मंत्री ने जनरल सुलेमानी की शुक्रवार की हत्या के बाद मध्य पूर्व और विश्व में उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की।
ईरानी विदेश मंत्री ने तुर्की के विदेश मंत्री मेवलट कावुसोग्लु के साथ भी जनरल सुलेमानी की हत्या और उसके बाद की स्थिति पर बातचीत की। कावुसोग्लु ने कहा कि उनके देश ने जनरल सुलेमानी की हत्या पर शोक व्यक्त किया है।
ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरान और तुर्की के विदेश मंत्रियों ने जनरल सुलेमानी की हत्या के बाद क्षेत्र और विश्व में उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की। तुर्की विदेश मंत्री ने सुलेमानी की हत्या पर ईरान और ईरान के लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए शोक प्रकट किया।
शुक्रवार को इराक में हुए अमेरिकी हवाई हमले में जनरल सुलेमानी समेत 10 लोग मारे गए। ईरान ने कल ही अमेरिका से बदला लेने का ऐलान किया था। दोनों देशों के बीच पहले से ही तनाव चल रहा था और अब अमेरिकी हमले के बाद यह चरम पर पहुंच गया है। ईरान के बदला लेने के ऐलान के बाद अमेरिका ने इराक की राजधानी बगदाद स्थित अपने दूतावास के नागरिकों को तत्काल इराक छोड़ने को कहा।