लॉस एंजिल्स। गोल्डन ग्लोब्स पुरस्कार 2018 के मेजबान सेठ मेयर्स ने बहुत ही सहजता के साथ हॉलीवुड के कुछ शक्तिशाली और अब बदनाम हो चुकीं हस्तियों पर कटाक्ष किया, वहीं हॉलीवुड के अधिकतर दिग्गज यहां रेड कार्पेट पर काले कपड़े पहने पहुंचे। हाल ही में हार्वे वेनस्टेन और केविन स्पेसी जैसे बड़े हॉलीवुड दिग्गजों पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं जिसके बाद से लगातार यह मुद्दा चर्चा में बना हुआ है।
'गोल्डन ग्लोब्स पुरस्कार 2018' के समारोह में काले कपड़े पहने सेठ मेयर्स ने सितारों को संबोधित करते हुए कहा कि यह 2018 है और आखिरकार मारिजुआना स्वीकार्य है लेकिन यौन उत्पीड़न नहीं। मेयर्स ने कहा कि गुड इवनिंग देवियों और शेष बचे सज्जनों... एक नया युग आ रहा है और मैं यह कह सकता हूं, क्योंकि हॉलीवुड में श्वेत पुरुष को इतना घबराए कई वर्ष हो चुके हैं।
मेयर्स ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भी निशाना साधा और कहा कि ग्लोब्स के आयोजक 'हॉलीवुड फॉरेन प्रेस' 3 शब्दों का प्रतिनिधित्व करती है, जो पीओजीयूएस (ट्रंप की ट्विटर आईडी) को क्रोधित कर सकती है।
उन्होंने कहा कि 'हॉलीवुड फॉरेन प्रेस'। उन्हें क्रोधित करने वाला एकमात्र नाम है हिलेरी मैक्सिको सेलैड एसोसिएशन। गोल्डन ग्लोब्स पुरस्कार 2018 हॉलीवुड का पहला ऐसा पुरस्कार समारोह है जिसमें फैशन के स्थान पर यौन उत्पीड़न के मुद्दे को तव्वजो दी गई। इस दौरान समारोह में हॉलीवुड दिग्गज 'टाइम्स अप' की पहल और '#मी टू' अभियान का समर्थन करने के लिए रेड कार्पेट पर काले कपड़े पहन पहुंचे।
'टाइम्स अप' की पहल हॉलीवुड की शोंडा रहिम्स, रीस विदरस्पून, एवा लॉन्गरिया, केरी वॉशिंगटन जैसी शक्तिशाली महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के खिलाफ शुरू की है। टाराना बुर्क ने '#मी टू' अभियान की शुरुआत वर्ष 2006 में समाज में यौन उत्पीड़न और यौन हमलों के संबंध में जागरूकता फैलाने के लिए की थी। वे भी समारोह में काले कपड़े पहनकर पहुंचीं। (भाषा)