Motivational Context | एकनिष्ठ बनो

अनिरुद्ध जोशी
बुधवार, 12 फ़रवरी 2020 (11:22 IST)
भगवान कृष्ण रुक्मणी के साथ भोजन कर रहे थे तभी वे उठे और भागे, लेकिन द्वार पर ही रुककर पुन: लौटकर भोजन करने लगे।
 
 
उनकी इस हरकत को देखकर रुक्मणी ने उनसे पूछा- भगवन! अचानक आपको यह क्या हुआ कि आप भोजन करते-करते दौड़े और फिर द्वार पर ही ठीठक कर रुके और फिर पुन: लौट आए। आखिर कहां जाना चाहते थे और विचार बदल गया?
 
 
भगवान कृष्ण ने निराश होकर कहा- प्रिये! संकट में एक व्यक्ति मुझे पुकार रहा था, इसीलिए मैं उसकी मदद के लिए दौड़ा, लेकिन मैं वहां पहुंचता इससे पूर्व ही उस व्यक्ति ने अपनी आस्था बदल दी और वह किसी ओर को पुकारने लगा। तब मैं क्या करता, मैंने भी सोचा कि अब आराम से भोजन ही कर लिया जाए और उसे नियति पर छोड़ दिया जाए। उसने मुझ पर थोड़ा भी विश्वास और धैर्य नहीं रखा। वह व्यक्ति कभी भी एकनिष्ठ नहीं रह सकता, जिनमें विश्वास और धैर्य नहीं।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

क्या है microblading treatment? जानिए कैसे बदल देती है ये आपके चेहरे का लुक

ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं तो हो जाइए सावधान, कहीं हो ना जाएं किसी स्कैम के शिकार

पानी में मिलाकर पिएं ये 10 रुपए वाली चीज, सेहत को मिलेंगे 6 गजब के फायदे

वजन कम करने के लिए बहुत फायदेमंद है नारियल तेल, बस जान लें इस्तेमाल करने का सही तरीका

इन 6 बीमारियों के लिए चमत्कार से कम नहीं आम का पत्ता! जानें कैसे करें इस्तेमाल

सभी देखें

नवीनतम

Blood Pressure रोज चेक करने से सेहत को मिलते हैं ये 8 बेहतरीन फायदे

17 सितंबर जन्मदिन पर विशेष: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में 25 दिलचस्प बातें

क्या आपको भी पसंद है चाय के साथ नमकीन खाना? सेहत को हो सकते हैं ये 5 नुकसान

Chiffon Saree StylingTips : शिफॉन साड़ी में खूबसूरत दिखने के टिप्‍स

ऑफिस के लिए 5 best corporate outfit ideas, जानिए किन आउटफिट्स से मिलेगा परफेक्ट प्रोफेशनल लुक

अगला लेख
More