-सीए सुनील गोयल
खुशी के कारण बहुत मिलेंगे,
कभी किसी की खुशी का कारण बनो।
जो बांटोगे वही मिलेगा,
दु:ख बांटो या सुख बांटो।
प्रेरणा दूसरों के जीवन की बनो,
ले सबको साथ आगे बढ़ो।
जब साथ एक-दूजे का हो,
तो कोई दु:ख कहां पर ठहरे।
खोलो इंसानियत का खाता,
जिस खाते में हो प्यार भरा।
लुटाओ ये प्यार फिर दुनिया पर,
तब भरता रहे ये ऐसे ही सदा।
जब तुम सबसे प्यार करो,
और सब आपस में मिलकर रहें।
स्वर्ग यही है जीवन का,
कोई डर दिलों में न फिर रहे।
समाज में रहना जब इंसान को,
तब क्यों न समाज ये उन्नत बने।
बस प्रेम और त्याग की भाषा हो,
मिल-जुलकर रहें और आगे बढ़ें।
ऊंच-नीच का न भेद करो,
हर इंसान में है रब बसता।
सोच ये जब आ जाएगी,
स्वर्ग बन जाएगी ये धरा।
खुशी के कारण बहुत मिलेंगे,
कभी किसी की खुशी का कारण बनो।
जो बांटोगे वही मिलेगा,
दु:ख बांटो या सुख बांटो।