अगस्त का महीना सांस्कृतिक और राष्ट्रीय पर्व की दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है। इसी कड़ी में आजादी का उत्सव मनाने के लिए शहर की रचनाकारों का समूह वामा साहित्य मंच ने देशभक्ति से ओत-प्रोत मासिक गोष्ठी का आयोजन किया।
जिसमें विशेष रुप में वामा मंच की मार्गदर्शक शारदा मण्डलोई जी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की वन्दना से डॉ. अंजना चक्रपाणि मिश्र ने किया। स्वागत उद्बोधन अध्यक्ष इंदु पाराशर ने दिया।
इस गोष्ठी में आशा मानधन्या, सुजाता देशपाण्डे, माधुरी निगम मधुबन, सरला मेहता, अमिता मराठे, ऊषा गुप्ता, ज्योति जैन, स्मिता नायर, आशा मुंशी, करूणा प्रजापति, नुपूर प्रणय वागले, कविता अर्गल, आरती दुबे, महिमा शुक्ला, सुषमा शर्मा श्रुति, विभा भटोरे, पूर्णिमा भारद्वाज, रचना चोपड़ा, ममता शर्मा, हंसा मेहता, डॉ.निरुपमा नागर, अर्चना पंडित, हेमा रावत, रश्मि चौधरी ने देशभक्ति से जुड़ी कविताएं, लघुकथाएं, संस्मरण, वृंदगान, आलेख की बेहतरीन प्रस्तुतियां दी।
संचालन सपना सी.पी. साहू स्वप्निल ने किया तथा आभार वामा सचिव डॉ.शोभा प्रजापति ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन सम्मिलित राष्ट्रगान के साथ हुआ।