Mukesh Bhatt :साल 1990 में रिलीज हुई फिल्म 'आशिकी' बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी। इस फिल्म ने राहुल रॉय और अनु अग्रवाल को रातों-रात स्टार बना दिया था। फिल्म के गानों को भी खूब प्यार मिला था। 'आशिकी' का निर्देशन मुकेश भट्ट के प्रोडक्शन हाउस में हुआ था।
वहीं मुकेश भट्ट की विशेष फिल्म्स और भूषण कुमार की टी सीरीज ने मिलकर 'आशिकी 2' बनाई थी। यह फिल्म भी सुपरहिट साबित हुई थी। वहीं दोनों कंपनियों ने 'आशिकी' का तीसरा पार्ट भी बनाने के बारे में सोचा था। लेकिन टी-सीरीज़ ने 'तू ही आशिकी' या 'तू ही आशिकी है' नाम से एक फिल्म अनाउंस कर दी।
इसके बाद मुकेश भट्ट ने 'आशिकी' शब्द के किसी और के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। मुकेश भट्ट की तरफ से आरोप लगाया गया था कि टी-सीरीज उनकी इजाजत के बिना 'आशिकी' शब्द का इस्तेमाल कर रहा है। इस मामले पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए मुकेश भट्ट के हक में फैसला सुनाया है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने भूषण कुमार की टी-सीरीज और उसके सहयोगियों को 'तू ही आशिकी', 'तू ही आशिकी है' या 'आशिकी' शब्द के साथ किसी भी टाइटल का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी है। जस्टिस संजीव नरूला ने साफ किया कि शब्द 'आशिकी' टाइटल एक स्टैंडअलोन शब्द नहीं है।
टी-सीरीज ने कोर्ट में तर्क दिया कि शब्द आशिकी 1990 और 2013 की दो सक्सेसफुल फिल्मों की सीरीज का हिस्सा हैं। 2021 की फिल्म 'चंडीगढ़ करे आशिकी' में 'आशिकी' शब्द के इस्तेमाल किए जाने पर मुकेश भट्ट या उनकी कंपनी ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी। ऐसे में ये माना गया कि उन्होंने अपने राइट्स को त्याग दिया है।
हालांकि दिल्ली हाई कोर्ट में टी-सीरीज के इन तर्कों को काफी नहीं माना गया और कोर्ट ने मुकेश भट्ट के हक में फैसला दिया। इसके मुताबिक टी-सीरीज या कोई भी कंपनी आशिकी शब्द वाले किसी भी टाइटल का इस्तेमाल अपनी फिल्मों में नहीं कर सकती।