कर्क-आजीविका और भाग्य
कर्क राशि का व्यक्ति आजीविका के किस क्षेत्र में अधिक सफलता प्राप्त करेगा, इसका ठीक-ठाक ज्ञान तो जन्मपत्री के ग्रहों की स्थिति को देखकर ही प्राप्त किया जा सकता है, पर वह कम मूल्य पर अधिक कार्य करने को प्रस्तुत रहते हैं। इनमें दुनिया को पहचानने की प्रवृत्ति होती है, जो उन्हें आजीविका के क्षेत्र में श्रेष्ठ स्थान दिला सकती है। उन्हें इस प्रवृत्ति का लाभ उठाना चाहिए। कर्क राशि वाले चिकित्सा-शास्त्र की ओर भी आकर्षित हो सकते हैं। अभिनय, नर्स, दाई, अध्यापक, दार्शनिक, कथाकार, उपन्यासकार, अर्थशास्त्री, जज, नाविक, प्रधानाध्यापक, अभियंता, मैकेनिक, प्लम्बर, गुप्तचर, थानेदार, ऑपरेटर, मशीन चालक, ज्योतिषी, गणितज्ञ, टाइपिस्ट, मुनीम, सेल्समैन आदि कार्यों द्वारा यह जीविकोपार्जन कर सकते हैं। घर संबंधी कार्य, प्लास्टिक के शिल्प, भोजनालय का संचालन तथा जलसेना में अधिकारी पद ये सब उनके अनुकूल पेशे हैं। कर्क राशि के लोग 21 से 28 वर्ष की आयु के बीच अपनी उन्नति के कार्य आरंभ कर सकते हैं। इनके जीवन का उत्तरार्ध अपेक्षाकृत सुखी रहता है। यों इन्हें अपने जीवन में बहुत परिश्रम करना पड़ता है तथा क्लेश भी काफी उठाने पड़ते हैं। ये किसी कला या विद्या में निपुण रहते हैं। इनके पास मृत्यु के पूर्व मकान, खेती अथवा कोई व्यापार-धंधा अवश्य हो जाता है। नौकरी में निश्चित ही अधिकार प्राप्त कर लेते हैं।