पूर्ण सूर्यग्रहण एवं चंद्रग्रहण एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है। दिनांक 2-3 जुलाई को पूर्ण सूर्यग्रहण की घटना हो रही है। भारतीय समय के अनुसार पूर्ण सूर्यग्रहण का प्रारंभ 02 जुलाई को रात्रि 10 बजकर 25 मिनट 3 सेकंड से होगा। ग्रहण की पूर्णता की स्थिति मध्य रात्रि में 12 बजकर 53 मिनट पर होगी।
इस समय सूर्य का 104.5 प्रतिशत भाग चंद्रमा द्वारा ढंक लिया जाएगा। यह एक दुर्लभ नजारा होगा, जिसे 4 मिनट 38 सेकंड तक देख सकेंगे। मोक्ष की स्थिति बुधवार 3 जुलाई सुबह 3 बजकर 20 मिनट 08 सेकंड पर होगी। भारत में सूर्यग्रहण के समय रात्रि होने के कारण ग्रहण नहीं देखा जा सकेगा। यह पूर्ण सूर्यग्रहण दक्षिण मध्य अमेरिका में बहुत अच्छी प्रकार से देखा जा सकेगा।
दिनांक 16-17 जुलाई 2019 को आंशिक चंद्र ग्रहण की खगोलीय घटना हो रही है। भारतीय समय के अनुसार आंशिक चंद्र ग्रहण का प्रारंभ 16-17 जुलाई 2019 की मध्य रात्रि में 1 बजकर 31 मिनट 5 सेकंड से होगा। मध्य की स्थिति रात्रि 3 बजकर 08 सेकंड पर होगी। इस समय चंद्रमा का 65.8 प्रतिशत भाग ढंक जाएगा। मोक्ष की स्थिति 17 जुलाई 2019 को सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर होगी। यह चंद्र ग्रहण भारत सहित ऑस्ट्रेलिया, एशिया (उत्तर पूर्वी भाग को छोड़कर) अफ्रीका, यूरोप (उत्तरी भाग को छोड़कर) एवं दक्षिण अमेरिका में अच्छी प्रकार देखा जा सकेगा।
वेधशाला में चंद्र ग्रहण दिखाने की व्यवस्था की गई है। टेलिस्कोप के माध्यम से आमजन चंद्र ग्रहण का नजारा 16-17 जुलाई 2019 की मध्य रात्रि को 1 बजकर 31 मिनट 5 सेकंड से सुबह 4 बजकर 30 मिनट 1 सेकंड तक देख सकेंगे। ग्रहण देखने का यह उपयुक्त अवसर है। अत: इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं।
टेलिस्कोप से आकाशीय अवलोकन के लिए यह आवश्यक है कि आकाश खुला हो। बादल होने की स्थिति में आप चंद्र ग्रहण नहीं देख सकेंगे।
- डॉ. राजेंद्र प्रसाद गुप्त
शासकीय जीवाजी वेधशाला उज्जैन के सौजन्य से