जिन व्यक्तियों के जन्म की तारीख 8, 17 व 26 हो, वे 8 मूलांक वाले माने जाते हैं। यह अंक विश्वास का माना जाता है। इसके प्रतिनिधि ग्रह शनि हैं। यह ग्रह अत:करण का स्वामी माना जाता है।
इस अंक के जातक का जीवन उथल-पुथलभरा होता है। चेहरा देखकर इनके मन की बात जानी नहीं जा सकती। अंतर्मुखी व्यक्तित्व तथा ठोस कार्यप्रणाली से दूसरे वाह-वाह करते नहीं थकते। गंभीरतापूर्वक जीवन जीना इनका स्वभाव है।
वर्ष के प्रारंभ तथा अंत में उत्साह एवं क्रियाशीलता बढ़ती है। मध्य में उदासीन रहते हैं। शुभ दिन शनिवार तथा शुभ तारीखें 8, 17 तथा 26 हैं। शुभ रंग काला, नीला, भूरा तथा बैंगनी है। शुभ रत्न नीलम है।
स्वास्थ्य- कुष्ठ रोग, श्वास संबंधी रोग, गंजापन, पेशाब संबंधी रोग, कमर एवं नाक-कान-दर्द रह सकता है।
यह वर्ष स्वास्थ्य की दृष्टि से अनुकूल नहीं है। उपरोक्त रोग रह सकते हैं जिनकी वजह से कार्य प्रभावित होंगे। लोहे, तेल, कबाड़ आदि के कार्य सफल रहेंगे। शत्रु परेशान करेंगे। साझेदारी देखकर करें, जोखिम न लें। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भूमि, भवन व फैक्टरी आदि पर व्यय अधिक होगा। परिश्रम अधिक होगा। लाभ कम रहेगा। प्रतिकूल तबादला हो सकता है। कानून का पालन करें। चोट-दुर्घटनादि से हानि संभव है।
कल्याणकारी उपाय- शनि यंत्र-मंत्र का पूजन-जप करें। शनिवार को व्रत करें। तिल (काले) चप्पल-जूते, छतरी आदि का दान करें। व्यसनों से दूर रहें। कष्ट कम होंगे।