जिन व्यक्तियों का जन्म 9, 18 व 27 ता. को हुआ हो, वे 9 मूलांक वाले कहलाते हैं। इसका प्रतिनिधि ग्रह मंगल है। यह जाज्वल्यमान, चमकीला व तेजस्वी ग्रह है। क्रोधी, जिद्दी व बात पर मर मिटने वाला यह मूलांक किसी से नहीं दबता। यह अकाट्य होता है। किसी को हानि नहीं पहुंचाने तथा चमत्कृत कर देने में विश्वास करते हैं।
साहस कूट-कूटकर भरा रहता है। स्वाभिमान के लिए जान तक दे सकते हैं। इनके शत्रुओं की संख्या भरपूर होती है, परंतु शत्रु कुछ बिगाड़ नहीं पाते। वर्ष का मध्य समय विपरीत होगा तथा वर्ष का प्रारंभ तथा अंत सौभाग्यवर्धक रहेगा। दिनों में मंगलवार और शुक्रवार तथा तारीखों में 9, 18 एवं 27 अत्यंत शुभ तथा मध्यम शुभ 3, 6, 15, 21, 24 व 30 हैं। इन समयों में शुभ कार्य प्रारंभ किया जा सकता है। शुभ रंग लाल है तथा शुभ रत्न मूंगा है।
स्वास्थ्य- रक्त व हृदय संबंधी रोग होने की आशंका है तथा चोट, दुर्घटना से हानि संभव है।
यह वर्ष ज्ञान, बुद्धि, आर्थिक दृष्टि तथा पराक्रम बढ़ाने वाला है। इस वर्ष सभी पुरानी इच्छाएं तथा कार्य पूर्ण होंगे। प्रतियोगी परीक्षा में महत्वपूर्ण सफलता मिलेगी। भूमि व भवन की प्राप्ति, समाज में प्रतिष्ठा, नौकरी में पदोन्नति, मनोनुकूल तबादले, कोर्ट-कचहरी में अनुकूलता प्राप्त होगी। पुलिस, सेना, खदान संबंधी कार्य, पर्वतारोहण विशेष लाभ देंगे। व्यसनों से दूरी बनाए रखें।
कल्याणकारी उपाय- मंगल देवता की उपासना, हनुमानजी की उपासना, मंगलवार का व्रत विशेष कष्ट कम करेगा। विस्फोटक सामग्री व अस्त्र-शस्त्र घर में न रखें।