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4 योगासन रोज करें, रहेंगे एकदम फिट

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WD Feature Desk

, शुक्रवार, 16 फ़रवरी 2024 (11:42 IST)
Yoga asanas: जिम, कसरत, दौड़ना, तैरना, एरोबिक्स, जुम्बा, डांस आदि सभी तरह की एक्सरसाइज योग की ही देन है। योग नेचुरल तरीके से बॉडी को सेहतमंद बनाए रखकर फिट रखता है। यह मन और मस्तिष्क को भी स्वस्थ कर देता है। इसलिए योग को ही अपनाना चाहिए। यदि आप एकदम फिट रहना चाहते हैं तो योग में मात्र 4 योगासन करें।
 
1. सूर्य नमस्कार : यह आपकी बॉडी का पोश्चर सही करने की क्षमता रखता है। हाथ, पैर, कमर और गर्दन को यह एकदम सही कर देता है। आपको इसकी 12 स्टेप्स को मात्र 12 बार ही करना है।
 
2. अर्धमत्स्येन्द्रासन:- बैठकर दोनों पैर लंबे किए जाते हैं। तत्पश्चात बाएं पैर को घुटने से मोड़कर एड़ी गुदाद्वार के नीचे जमाएं। अब दाहिने पैर को घुटने से मोड़कर खड़ा कर दें और बाएं पैर की जंघा से ऊपर ले जाते हुए जंघा के पीछे जमीन पर रख दें। अब बाएं हाथ को दाहिने पैर के घुटने से पार करके अर्थात घुटने को बगल में दबाते हुए बाएं हाथ से दाहिने पैर का अंगूठा पकड़ें। अब दाहिना हाथ पीठ के पीछे से घुमाकर बाएं पैर की जांघ का निम्न भाग पकड़ें। सिर दाहिनी ओर इतना घुमाएं कि ठोड़ी और बायां कंधा एक सीधी रेखा में आ जाए। नीचे की ओर झुकें नहीं। छाती बिल्कुल तनी हुई रखें। यह एक तरफ का आसन हुआ। इस प्रकार पहले दाहिने पैर मोड़कर, एड़ी गुदाद्वार के नीचे दबाकर दूसरी तरफ का आसन भी करें। प्रारंभ में पांच सेकंड यह आसन करना पर्याप्त है। फिर अभ्यास बढ़ाकर एक मिनट तक आसन कर सकते हैं।
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3. पादांगुष्ठासन:- पलंग या जमीन पर लेट कर दोनों टांगें सीधी कर लें। दोनों टांगें अपनी ओर खींचें। योग बेल्ट की मदद से टांग को सीधा ऊपर उठाएं। घुटना सीधा व पांव का पंजा अपनी ओर खींचकर रखें। आसन को लगभग एक से तीन मिनट के लिए रोकें। आसन को करते समय सांस न रोकें।
 
4. त्रिकोणासन:- सबसे पले सावधान की मुद्रा में सीधे खड़े हो जाएं। अब एक पैर उठाकर दूसरे से डेढ़ फुट के फासले पर समानांतर ही रखें। मतलब आगे या पीछे नहीं रखना है। अब श्‍वांस भरें। फिर दोनों बाजुओं को कंधे की सीध में लाएं। अब धीरे-धीरे कमर से आगे झुके। फिर श्वास बाहर निकालें। अब दाएं हाथ से बाएं पैर को स्पर्श करें। बाईं हथेली को आकाश की ओर रखें और बाजू सीधी रखें। इस दौरान बाईं हथेली की ओर देखें। इस अवस्था में दो या तीन सेकंड रुकने के दौरान श्वास को भी रोककर रखें। अब श्‍वास छोड़ते हुए धीरे धीरे शरीर को सीधा करें। फिर श्‍वास भरते हुए पहले वाली स्थिति में खड़े हो जाएं। इसी तरह श्‍वास निकालते हुए कमर से आगे झुके। अब बाएं हाथ से दाएं पैर को स्पर्श करें और दाईं हथेली आकाश की ओर कर दें। आकाश की ओर की गई हथेली को देखें। दो या तीन सेकंड रुकने के दौरान श्वास को भी रोककर रखें। अब श्‍वास छोड़ते हुए धीरे धीरे शरीर को सीधा करें। फिर श्‍वास भरते हुए पहले वाली स्थिति में खड़े हो जाएं। यह पूरा एक चरण होगा। इसी तरह कम से कम पांच बार इस आसन का अभ्यास करें।

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