सोशल मीडिया पर नौ सरकारी बैंकों को बंद किए जाने की खबर आग की तरह फैल रही है। दावा किया जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) 9 सरकारी बैंकों को बंद करने जा रहा है। साथ ही, खाताधारकों से अपने-अपने बैंक अकाउंट से तत्काल पैसे निकालने की अपील की गई है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
वायरल मैसेज में लिखा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश बाद, आरबीआई 9 बैंकों को हमेशा के लिए बंद करने जा रहा है। मैसेज के अनुसार, उन बैंकों के नाम कॉर्पोरेशन बैंक, यूको बैंक, आईडीबीआई, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, आंध्रा बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, देना बैंक और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया है। मैसेज में इन बैंकों के खाताधारकों से तत्काल अपने पैसे निकालने और इसे अन्य लोगों को फॉरवर्ड करने की अपील की गई है।
क्या है सच?
सबसे पहले हमने इंटरनेट पर सर्च किया, लेकिन हमें वायरल खबर से संबंधित कोई जानकारी नहीं मिली। फिर हमने आरबीआई की वेबसाइट पर भी चेक किया, लेकिन वहां भी हमें ऐसा कोई नोटिफिकेशन नहीं मिला।
सोशल मीडिया पर फैल रहे अफवाहों को खारिज करते हुए आरबीआई ने खुद अपने ट्विटर हैंडल से लिखा- ‘सोशल मीडिया के कुछ प्लेटफॉर्म पर यह खबर फैल रही है कि आरबीआई कुछ व्यावसायिक बैंकों को बंद करने जा रहा है। यह पूरी तरह से अफवाह है।’
केंद्र सरकार के वित्तीय सचिव राजीव कुमार ने भी ट्वीट कर कहा- ‘सोशल मीडिया पर आरबीआई द्वारा कुछ बैंकों को बंद किए जाने की अफवाह फैल रही है। किसी भी सरकारी बैंक को बंद करने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है। बैंक भरोसे के प्रतीक हैं। बल्कि, सरकार सुधार और पूंजीकरण की मदद से बैंकों को मजबूत कर रही है, ताकि वह अपने ग्राहकों की और बेहतर तरीके से सेवा कर सकें।’
आईडीबीआई बैंक ने भी अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से अफवाहों पर ध्यान न देने के लिए ट्वीट किया है-
आपको बता दें कि यही पोस्ट 2017 में भी वायरल हो चुका है।
गौरतलब है कि सरकार ने हाल ही में 10 सरकारी बैंकों के विलय की घोषणा की है। सरकार की घोषणा के मुताबिक-
1. पंजाब नैशनल बैंक के साथ ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का विलय किया जाएगा।
2. केनरा बैंक और सिंडीकेट बैंक को मिलाकर एक बैंक बनाया जाएगा।
3. यूनियन बैंक में आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का विलय किया जाएगा।
4. इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक को मिलाकर एक बैंक बनाया जाएगा।
वायरल पोस्ट में जिन बैंकों के नाम का जिक्र है, उनमें से कुछ के विलय की घोषणा की गई है, जबकि कुछ बैंकों को आरबीआई ने पीसीए की लिस्ट में डाला हुआ है, जिनके कर्ज देने पर पाबंदी लगी हुई है। हालांकि, इस पीसीए सूची में होने की वजह से उनके सामान्य बैंकिंग पर कोई असर नहीं हुआ है, वह पहले की ही तरह जारी है।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि सोशल मीडिया पर फैली 9 सरकारी बैंकों को बंद किए जाने की खबर अफवाह मात्र है।