सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद भी लोग सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्ट भेजने से रुक नहीं रहे हैं। इन फर्जी पोस्ट को बनाने और भेजने वाले लोग बहुत अच्छे से जानते हैं कि धर्म के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाना बड़ा ही आसान है। तभी तो कभी दूध पीते शिवलिंग की कहानी गढ़ी जाती है तो कभी गणेश जी की आकृति के अदरक की। इन फर्जी पोस्ट की लिस्ट में एक नई तस्वीर भी शामिल हो गई है- चांद पर शिरडी के साईं बाबा की तस्वीर!
एक रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक के चिक्कबल्लपुर, बेंगलुरु ग्रामीण और बेंगलुरु के बाहरी इलाकों में रहने वाले लोगों को व्हाट्सऐप पर साईं बाबा की तस्वीर मिली जो चांद के ऊपर फोटोशॉप के जरिये लगाई गई थी। लोग इस फर्जी तस्वीर के झांसे में आ गए और यह तस्वीर तेजी से जंगल में आग की तरह फैल गई। फिर क्या था.. लोग अपने घरों से यह दुर्लभ दैवीय नजारा देखने निकल पड़े। खबर है कि कई लोग तो दूरबीन तक लेकर चल पड़े।
अफवाह यहीं तक नहीं थमी, कुछ लोगों ने यह बात भी फैलानी शुरू कर दी कि केवल ‘आशीर्वाद प्राप्त’ लोग ही चांद पर साईं बाबा के दर्शन कर सकते हैं और जिन्हें दर्शन नहीं मिले वे ‘श्रापित’ हो जाएंगे!
आपको बात दें कि कुछ दिन पहले ही शिरडी के द्वारकामाई मंदिर की एक दीवार पर साईं की आकृति उभरने की खबर भी आई थी। साईं भक्त दीवार पर बाबा की तस्वीर को चमत्कार मान रहे थे। हालांकि, कुछ लोग इस आकृति के पीछे विज्ञान का आसान–सा तर्क बता रहे थे कि रात में बाहर की रोशनी के रिफ्लेक्शन की वजह से साईं की आकृति का अहसास हुआ।