मदुरै। मदुरै के प्रसिद्ध देवी मीनाक्षी अम्मन मंदिर में एक गैर ब्राह्मण को 'अर्चक' या पुजारी बनाया गया है। तमिलनाडु सरकार ने 12 साल पहले एक आदेश जारी किया था, जिसके अनुसार किसी भी जाति के व्यक्ति को पुजारी नियुक्त किया जा सकता है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, पिछड़ी जाति से आने वाला नया पुजारी उन 206 लोगों में शामिल है, जिन्हें इस प्राचीन मंदिर के प्रशासन ने प्रशिक्षण दिया था। राज्य सरकार ने 23 मई, 2006 को आदेश जारी कर कहा था कि किसी भी हिंदू जिसके पास उचित योग्यता एवं मंदिर में प्रशिक्षण हासिल हो, उसका 'अर्चक' बन सकता है।
पुजारियों के एक संघ ने आदेश को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी थी। उच्चतम न्यायालय ने 16 दिसंबर, 2015 को आदेश बरकरार रखा था। सूत्रों ने बताया कि नया पुजारी तमिल साहित्य में स्नातक है और हिंदू धर्म में रुचि रखने वाला एवं भगवान शिव की पूजा करने वाला एक आध्यात्मिक व्यक्ति है। (भाषा)