मेरठ। यहां वायु प्रदूषण से छुटकारा पाने के लिए 350 से ज्यादा पुजारियों ने सैकड़ों आम के पेड़ों की लकडि़यों को हवन करने में जला दिया। इस हवन को पूरा होने में 9 दिन और लगेंगे और हवन 26 मार्च तक चलेगा। सैकड़ों पेड़ों की टहनियों, शाखाओं को जला दिया जाएगा। इस तरह के हवन पूजन से प्रदूषण को दूर करने के तरीके को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं।
इस हवन के आयोजक गुट, श्रीआयुतिचंडी महायज्ञ समिति के उपाध्यक्ष गिरीश बंसल का कहना है कि 'हमारे धर्मग्रंथों में कहा गया है कि हवन से वायु शुद्ध होती है और इससे वायु प्रदूषण भी समाप्त हो जाता है। इसलिए हम अपने आसपास के वातावरण, पादप जगत और पर्यावरण के लिए थोड़ा बहुत प्रयास करना चाहते हैं।'
विदित हो कि हाल ही में भीषण वायुप्रदूषण के चलते उत्तर भारत के कई शहरों में बड़े पैमाने पर लोगों की मौत हुई है।
हाल ही में किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि प्रदुषण के कारण वर्ष 2015 में समूचे देश में करीब 25 लाख लोगों की मौत हुई और दिल्ली के एक कोर्ट ने टिप्पणी कर दी थी कि देश की राजधानी 'एक गैस चैम्बर' में बदल गई है।