नई दिल्ली। भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने आम आदमी पार्टी (आप) के 20 विधायकों की बर्खास्तगी को खारिज करने के दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले को देश और लोकतंत्र के लिए अच्छा संदेश बताया।
अदालत ने शुक्रवार को अपने फैसले में कहा कि चुनाव आयोग ने 'लाभ के पद' मामले में आप विधायकों की बर्खास्तगी की सिफारिश राष्ट्रपति से करने से पहले विधायकों को उनकी बात रखने का पूरा मौका नहीं दिया। उसने आयोग से दोबारा सुनवाई का मौका देने की बात कही और तब तक के लिए विधायकों की विधानसभा सदस्यता बहाल कर दी है।
अपनी ही पार्टी के खिलाफ बेबाक बयानी के लिए जाने जाने वाले सिन्हा ने आज संसद परिसर में उच्च न्यायालय के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह आम आदमी पार्टी के लिए ही नहीं, देश और लोकतंत्र के लिए भी अच्छा संदेश है। इससे आप को बड़ी राहत मिली है।
भाजपा नेता ने कहा कि वह हर आदमी को महसूस हो रहा था कि बर्खास्त करने से पहले आप के विधायकों को उनकी बात रखने का पूरा मौका नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि मुझे भी लगता नहीं था कि सही हो रहा है। सिन्हा ने कहा कि दूसरे राज्यों में भी कई विधायक लाभ के पदों पर रहे हैं और आप विधायकों की तुलना में लंबे समय तक रहे हैं। इसलिए, चुनाव आयोग की सिफारिश भेदभावपूर्ण थी। (वार्ता)